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सड़क किनारे मिली दवाइयों की खेप

कापी फोटो 22 एनजीएल 12, 13 - चारों तरफ चौकसी के बावजूद शहर में मिली हिमाचल की ड्रग न

By Edited By: Published: Sun, 22 Jan 2017 07:06 PM (IST)Updated: Sun, 22 Jan 2017 07:06 PM (IST)
सड़क किनारे मिली दवाइयों की खेप
सड़क किनारे मिली दवाइयों की खेप

कापी

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फोटो 22 एनजीएल 12, 13

- चारों तरफ चौकसी के बावजूद शहर में मिली हिमाचल की ड्रग ने फैलाई सनसनी

- सफेद पाऊडर ने उड़ाई तंत्र की नींद

जागरण संवाददाता, नंगल

नंगल डैम के निकट मोजोवाल मार्ग पर रविवार सायं करीब 5 बजे सूनसान इलाके में मोजोवाल को जाती सड़क किनारे दवाइयों से भरी बोरियां बिखरी पड़ी मिलीं। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि दवाइया हिमाचल के जिला ऊना के औद्योगिक क्षेत्र टाहलीवाल तहसील हरोली में बनी हैं। दवाइयों के पैकेटों पर हिमाचल की इंडस्ट्री का विवरण छपा हुआ है। दवाइयों के साथ गिरे पड़े सफेद पाऊडर के एक बोरे के साथ एक कोरियर कंपनी का भी लिफाफा गिरा मिला है।

अनुमान लगाया जा रहा है कि दवाइयों की खेप को पुलिस नाके से कहीं दूर अन्य रास्ते से पंजाब में लाया गया है। चारों तरफ नाके लगे होने के कारण ही दवाइयां सूनसान इलाके में फेंक दी गई हैं। नया नंगल चौकी इंचार्ज बलबीर सिंह ने बताया कि ड्रग इंस्पेक्टर बलबीर लूथरा व नारकोटिक्स सेल के अधिकारी ने जांच शुरू कर दी है। जिस फैक्ट्री में दवाइयां बनी हैं, वह फैक्ट्री दो साल से बंद पड़ी है।

हिमाचल की फैक्ट्री तक जांच शुरू

डीएसपी जीएस गोसल ने बताया कि गिरी पड़ी दवाइयों की खेप की जानकारी ड्रग विभाग को दी जा चुकी है। यह दवाइयां यहां कैसे पहुंची हैं व कहां की हैं? इसका पता लगाने के लिए हिमाचल के औद्योगिक क्षेत्र में चल रही दवाइयों की फैक्ट्री में जांच के लिए काम शुरू कर दिया गया है।

सभी दवाइयां एक्सपायरी

चुनाव आयोग की ओर से तैनात की गई सर्विलेंस टीम के प्रतिनिधि इंजी. एसके बेदी ने कहा है कि दवाइयां हिमाचल में बनी हैं। सभी दवाइयां एक्सपायरी हैं। ड्रग विभाग को सूचित कर दिया गया है।

भारी मात्रा में मिली दवाइयों की होनी चाहिए जांच

केमिस्ट एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष सुदर्शन चौधरी ने कहा है कि नंगल में गिरी पड़ी भारी मात्रा में दवाइयों को फैंके जाने की जांच होना जरूरी है। हिमाचल में बनने वाली दवाइयों का नंगल में कोई डिस्टीब्यूटर नहीं है। न ही इतनी बड़ी मात्रा में कोई केमिस्ट यहां दवाइयों का स्टाक रखता है। चुनाव आयोग के आदेशों से नंगल इलाके के केमिस्ट पहले ही ईमानदारी से सहयोग देते हुए काम कर रहे हैं। एक-एक दवाई का बाकायदा हिसाब रखा जा रहा है।


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