लावारिस कुत्तों से बचाओ, कौंसिल अध्यक्ष ने कहा अगले माह शुरू होगा अभियान
संवाद सहयोगी, रूपनगर लावारिस कुत्तों के आतंक से भयभीत लोग इस कद्र डर चुके हैं कि हर को
संवाद सहयोगी, रूपनगर
लावारिस कुत्तों के आतंक से भयभीत लोग इस कद्र डर चुके हैं कि हर कोई सड़कों, मोहल्लों व गलियों में चलते वक्त आगे पीछे देखता हुआ चलता है कि कहीं कोई कुत्ता उन्हें घूर तो नहीं रहा है। विशेषकर जब बच्चे घरों के बाहर अथवा स्कूल होते हैं तो परिवार वालों को उस वक्त तक ¨चता लगी रहती है, जब तक बच्चा सुरक्षित घर वापिस नहीं लौटता। विचारने वाली बात यह है लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं जबकि सरकार व लोकल प्रशासन आंखें मूंदे बैठा शायद लोगों के सब्र का इमतिहान ले रहा है।
कुत्तों की दहशत को लेकर दैनिक जागरण द्वारा चलाए गए विशेष अभियान को लेकर आम लोग सर्तक तो रहने लगे हैं लेकिन शायद नगर कौंसिल व पंचायतों को अभी सबक नहीं मिला है। आज भी स्थानीय नगर कौंसिल के अध्यक्ष यह कहते हुए पल्लू झाड़ रहे हैं कि अगले माह कुत्तों की नसबंदी को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा जबकि शहर के ज्यादातर गणमान्य कौंसिल अध्यक्ष की इस बात को टालने की कोशिश करार दो रहे हैं।
इस बारे में नगर सुधार ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन डाक्टर आरएस परमार ने कहा कि नगर कौंसिल को अपनी जिम्मेवारी समझनी चाहिए क्योंकि शहर वासियों ने उन पर विश्वास जताते हुए उन्हें वोट देते हुए सत्ता तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि लोगों के जान माल की सुरक्षा व जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाना नगर कौंसिल का दायित्व बनता है। उन्होंने कहा कि शहर अंदर कुत्तों की संख्या बढ़ना ¨चता का विषय है व हर कोई खुद को असुरक्षित समझने लगा है। इसलिए कौंसिल को चाहिए आज या कल वाली नीति को त्याग कुत्तों की नसबंदी वाला अभियान बिना देरी शुरू करवाए।
इस बारे नगर कौंसिल के पाषर्द पोमी सोनी ने कहा कि आवारा कुच्चों के हर दिन हमले होना अति ¨चता का विषय है जबकि उससे भी बड़ी ¨चता का विषय कुत्तों की नसबंदी करवाने में देरी करना। उन्होंने कहा कि अगले दिनों में कौंसिल की होने वाली बैठक में इस मुद्दे को प्रमुखता के साथ उठाते हुए कौंसिल को इस बात के लिए बाध्य किया जाएगा जिससे शहर अंदर एक भी कुत्ता नसबंदी के बिना न रहे।
इस बारे कौंसिल अध्यक्ष परमजीत ¨सह माक्कड़ ने कहा कि सरकारी हिदायतों के अनुसार कुत्तों की नसबंदी का अभियान तो दिसंबर माह में ही शुरू कर दिया गया था लेकिन चुनाव आने के कारण इस अभियान को गति नहीं दी जा सकी है। उन्होंने कहा कि 11 र्माच को चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद सारे पाषर्दों को विश्वास में लेते इस अभियान को दोबारा शुरू किया जाएगा तता अंजाम तक भी पहुंचाया जाएगा।