15 एटीएम में कैश, 58 कैशलेस
जागरण संवाददाता, रूपनगर नोटबंदी के साढ़े तीन माह बाद भी एटीएम मशीनों में कैश मिलना अभी स
जागरण संवाददाता, रूपनगर
नोटबंदी के साढ़े तीन माह बाद भी एटीएम मशीनों में कैश मिलना अभी सुलभ नहीं हो पाया है। जिले में एटीएम का हाल यह है कि यहां तो लोग माथा टेकते हुए जाते हैं और अगर रुपये निकल आएं तो बैंक वालों को दुआएं देते हुए निकलते हैं। नहीं तो बदुआएं पक्की हैं। जिले में एटीएम में कैश न के बराबर है। जागरण टीम ने शनिवार को 73 एटीएम का दौरा किया और पाया कि मात्र 15 एटीएम ही ऐसे थे, जिनमें कैश था। इनमें रूपनगर शहर की सात व नंगल शहर की पांच एटीएम शामिल हैं।
स्टेशन पर एटीएम विदआउट कैश
दोपहर 12 बजे सबसे पहले रेलवे स्टेशन के स्टेट बैंक के एटीएम पर दौरा किया तो कैश नहीं निकला। मशीन डिआर्डर थी। इसके बाद सैनिक वेलफेयर दफ्तर के सामने एक्वा गार्ड कंपनी के शोरूम के बाहर आइसीआइसीआइ बैंक के एटीएम पर कैश आराम से लोग निकाल रहे थे। इसके बाद नई सैनिक कैंटीन के पास पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम को छोड़ दें तो आसपास कहीं कैश नहीं मिला। कॉलेज रोड पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम का शटर आधा गिरा हुआ था।
यहां निकले फटे और खराब प्रि¨टग नोट
कॉलेज रोड स्थित एचडीएफसी बैंक के एटीएम से एक ग्राहक तरसेम ¨सह ने एटीएम से 10 हजार रुपये निकलवाए। उसमें दो 2 हजार रुपए के नोट बेकार मिले। एक नोट फटा हुआ था तो दूसरे की प्रि¨टग खराब थी। तरसेम ¨सह ने बताया कि वह बिजली विभाग में लाइनमैन है। आने वाले तीन दिन छुट्टी है तो वो एटीएम से घर का खर्च चलाने के लिए कैश निकलवाने गांव खोखरां (थाना चमकौर साहिब) से रूपनगर आया था। चमकौर साहिब में एटीएम में कैश नहीं मिला। अब रूपनगर आकर जो रुपये निकलवाए, उनमें से एक नोट खराब है और दूसरा फटा हुआ। उन्होंने कहा कि एटीएम के गार्ड ने भी उनसे बुरा व्यवहार किया। गार्ड परमजीत ¨सह ने कहा कि कैश वह नहीं डालते, उनकी ड्यूटी सुरक्षा की है।
रूपनगर शहर में ही 28 एटीएम में से सात ऐसे हैं, जिनमें कैश मिला। अधिकतर एटीएम ऐसे हैं जो एक दो दिन से नहीं, बल्कि एक एक हफ्ते से खाली पड़े हैं। स्टेट बैंक के जग्गी मेडिकल स्टोर के सामने वाली मार्केट के एटीएम में पिछले आठ दिन से कैश ही नहीं डाला गया। अस्पताल रोड और श्रीराम लीला ग्राउंड रोड पर पंजाब नेशनल बैंक, एसबीआइ, एचडीएफसी, एसबीपी, सीबीआइ के एटीएम में आने वाले लोग बैरंग लौट रहे हैं। इन एटीएम में कैश ही नहीं है। अब रविवार को भी कैश डाले जाने की कोई संभावना नहीं है।
यहां सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है एटीएम : दास
कॉलेज रोड पर स्टेट बैंक आफ इंडिया बैंक के बाहर लगे एटीएम के शटर आधे गिरे हुए थे। पर¨मदर दास ने बताया कि यह एटीएम तो लोग इतना इस्तेमाल करते हैं कि कैश डालने से पहले ही इसके बाहर पचास-पचास लोगों की लंबी लाइनें लग जाती हैं। कैश डलने के बाद तो सारा सारा दिन लोग यहां से पैसे निकलवाते रहते हैं। इसमें कैश खत्म होने पर फैक्ट्री मुलाजिमों व नौकरीपेशा लोगों के लिए मुसीबत खड़ी हो जाती है।
जिला लीड बैंक मैनेजर मानते हैं कि आम जनता परेशानी झेल रही है
जिला लीड बैंक मैनेजर रोमेश नागपाल ने बताया कि जिले में बैंकों के एटीएम में कैश एक बड़ी समस्या बन चुका है। कई बैंक अधिकारी बैंकों के एटीएम में कैश डालने को लेकर लापरवाह हैं। ये लापरवाही ग्रामीण इलाकों में ज्यादा है। कहीं कहीं नए दो हजार तथा पांच पांच सौ रुपए के नोटों को लेकर भी परेशानी आ रही है। क्योंकि कई बैंकों के एटीएम आज भी नए नोटों के साथ सही तरीके से काम नहीं कर पा रहे। बैंकों के अधिकारियों की बैठक के दौरान विशेष हिदायतें दी गई हैं कि बैंकों तथा एटीएम में ग्राहकों को कम से कम परेशानी हो इसके लिए सभी गंभीरता से काम करें। एक समस्या ये भी है कि प्राइवेट कंपनियां कैश डालने का काम करती हैं तथा ये चंडीगढ़ तथा लुधियाना से कैश डालते हुए आगे जाती हैं। एक दिन में जहां कैश खत्म हो जाएगा, वहां उसी दिन कैश डालना असंभव हो जाता है।
शहर चेक किए एटीएम बंद मिले बिना कैश विद कैश
रूपनगर 28 05 16 07
नंगल 21 03 13 05
आनंदपुर साहिब 11 04 05 02
नूरपुरबेदी 09 03 06 00
घनौली 04 02 01 01
कुल एटीएम 73 17 41 15