2.30 घंटे बरसे बादल, राहत के साथ बने आफत
अरूण कुमार पुरी, रूपनगर रूपनगर में वीरवार सुबह हुई बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत तो दिलाई लेकिन
अरूण कुमार पुरी, रूपनगर
रूपनगर में वीरवार सुबह हुई बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत तो दिलाई लेकिन शहर में ड्रेनेज सिस्टम में सफाई नहीं होने से कई जगह जलभराव होने से लोगों को खासी परेशानी हुई। सुबह पहले करीब 7 से 8.30 बजे तक जमकर बादल बरसे। फिर 10.45 से 11.45 बजे तक करीब एक घंटा बरसात हुई। मौसम विभाग के अनुसार, कुल 40 एमएम बारिश दर्ज की गई है। बारिश के चलते शहर के कई इलाकों में सड़कों व गलियों में पानी भर गया। इसका खमियाजा पूरा दिन शहर वासियों को भुगतना पड़ा। पानी की निकासी नहीं होने से कई लोगों के घरों और दुकानों में पानी घुस गया। शहर में ड्रेनेज सिस्टम की सफाई नहीं होने से ऐसे हालात बने हैं। हालांकि बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। किसान भी बारिश होने से काफी खुश हैं।
तापमान में आई गिरावट ने दिलाई उमस से राहत
रूपनगर के थर्मल प्लांट से प्राप्त की गई जानकारी के अनुसार, बुधवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री दर्ज किया गया था। वीरवार को बारिश के बाद यह लुढ़क गया। इस दिन का अधिकतम तापमान 32 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रिकार्ड किया गया। हालांकि बारिश होने के बाद लोगों को उमस भरी गर्मी से कुछ राहत जरूर मिली है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 2-3 दिन तक मौसम ऐसा ही रहेगा।
7 माह पहले 70 लाख से बनी सड़क पर जलभराव
रूपनगर के ज्ञानी जैल ¨सह नगर में लगभग सात माह पहले कंक्रीट से बनाई गई सड़क बारिश के बाद पानी में डूब गई। सड़क पर 3 फीट तक पानी जमा रहा। हालात ऐसे बने की सड़क पर बारिश के लगभग 12 बजे खत्म होने से लेकर शाम साढ़े 4 बजे तक लगभग दो-दो फुट तक पानी खड़ा था। इससे स्पष्ट है कि सड़क के निर्माण के वक्त पानी की निकासी के लिए कोई प्रबंध नहीं किए गए। इसी के चलते वाल्मीकि गेट से कॉलेज वाली रोड तक लोगों का पैदल चलना भी असंभव हो गया। वहीं हाल ही में बनाई ज्ञानी जैल ¨सह नगर की पा¨र्कग ने भी आज बारिश के बाद तालाब का रूप धारण कर लिया। इसके चलते ज्ञानी जैल ¨सह नगर र्माकिट के दुकानदारों का काम लगभग ठप्प रहा।
घरों और दुकानों में घुसा पानी
पानी की निकासी ना होने से शहर के कई मोहल्लों में लोगों के घरों और दुकानों में पानी घुस गया। बारिश बंद होने के बाद लोगों को बाल्टियों के द्वारा पानी बाहर निकालते देखा। साथ ही वे पानी की निकासी के उचित प्रबंध ना करने पर नगर कौंसिल को भी कोस रहे थे। बारिश के दौरान जिन मोहल्लों में पानी भरा उनमें मुख्य रूप से मलहोत्रा कॉलोनी सहित आदर्श नगर, बेला चौक, लहरी शाह मंदिर मार्ग, श्री रामलीला मैदान मार्ग, पुराना पुल, गांधी स्कूल, डीएवी स्कूल वाली साइड आदि मुख्य रूप से शामिल हैं।
स्कूल जाने वाले बच्चे भी हुए परेशान
बारिश ने जहां गर्मी से राहत दिलाई, वहीं यह आफत भी बनी। सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई। 8.30 बजे बारिश बंद तो हो गई पर पानी जमा होने से बच्चों को खासी दिक्कत हुई। कई बच्चे तो भीगते हुए स्कूल गए। वहीं दोपहर को स्कूलों में छुट्टी होने के बाद भी कई जगह पानी जमा था। वे फिर परेशान हुए।
फसल के लिए फायदेमंद रही बारिश, किसान खुश
बारिश से हालांकि जिले भर के किसान काफी खुश हैं क्योंकि खेतों में धान को पानी की जरूरत थी। क्षेत्र के किसान सोहन ¨सह सहित सतनाम ¨सह धमाना, कृपाल ¨सह व हरनाम ¨सह गड़बाघा, हिम्मत ¨सह खेड़ी ने कहा कि पिछले चार दिनों से बारिश का इंतजार था। वे धान को पानी लगाने की तैयार में थे लेकिन सुबह होते ही बादल ऐसे बरसे कि अब 10-12 दिन तक पानी लगाने की जरूरत नहीं है।