भागवत कथा संसार के दुखों से दिलाती है मुक्ति : चिन्मयानंद जी
जागरण संवाददाता, नंगल निकटवर्ती श्री राधा कृष्ण मंदिर कोटला कलां ऊना में चल रहे वार्षिक महासम्मेलन
जागरण संवाददाता, नंगल
निकटवर्ती श्री राधा कृष्ण मंदिर कोटला कलां ऊना में चल रहे वार्षिक महासम्मेलन में वृंदावन से पधारे संत श्री चिन्मयानंद जी महाराज ने कहा कि जो मानव हरेक पाप किया हो और पूरी जिंदगी पाप करते-करते ही मर गया हो, तो ऐसी पापी आत्मा को मरने के बाद भी यदि एक बार श्री मद् भागवत कथा सुना दी जाए, तो वह पापी आत्मा भी मुक्ति पा लेती है। संत श्री चिन्मयानंद जी महाराज रविवार को राष्ट्र संत बाबा बाल जी महाराज के आश्रम में चल रहे महासम्मेलन के सातवें दिन श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन कर रहे थे। उन्होंने 'हे नाथ नारायण वासुदेवा' के भजन से वातावरण को भक्तिमय बनाते हुए भक्तों को झूमने पर विवश कर दिया। पूज्य श्री ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा ही मनुष्य को इस दुखी संसार व अंधकारी जीवन से मुक्ति दिलाती है। इस लिए श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण अतिआवश्यक है। दुनिया के प्रपंच में बड़ा ही मन लगता है, लोगों की बुराईया व उनके साथ लड़ाई झगड़े करने में बड़ा समय खराब तो करते जा रहे हैं, लेकिन भगवान की कथा के लिए न ही समय है और न ही मन लगता है। संसार जब भी मिलता है, तो अधूरा मिलता है। लेकिन मेरा गोपाल जब भी मिलता है, तो वह पूर्ण ही मिलता है। संत श्री चिन्मयानंद जी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा सुनने से ही गोपाल मिलेंगे। घरों में बैठ पड़ोसियों की चुगली व लड़ाई-झगड़े करने से नहीं मिलेंगे। इस दौरान जिला ऊना समेत अन्य राच्यों से आए हजारों श्रद्धालु ओं ने राष्ट्र संत बाबा बाल जी महाराज से नतमस्तक होकर आर्शीवाद प्राप्त किया।