मैं बेटे की शादी करके पछता रही हूं घर नहीं जाऊंगी..
30आरपीआर-39
--सजा का फैसला वीरवार तक जिला कोर्ट ने सुरक्षित रखा
जागरण संवाददाता, रूपनगर
मैं तो अपने इकलौते चिराग की शादी करवाकर पछता रही हूं मैं घर नहीं जाऊंगी मुझे घर मत भेजना और ये बात कहकर अपनी चुनरी में मुंह देकर सिसकने लगी बुजुर्ग बिमला देवी। बिमला देवी पत्नी स्व.किशन लाल वासी फेज-6, जुझार नगर मोहाली ने बेहद तंग परेशान होकर सरहिंद नहर में छलांग लगा दी। लेकिन उसे राहगीरों ने नहर से निकाला। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया है। नहर में छलांग लगाकर खुदकुशी करने वाली बिमला देवी ने बताया कि उसके एक बेटा व बेटी है। बेटी की शादी के बाद उसने अपने बेटे विकास की शादी डेढ़ महीने पहले ही की थी। जिसके बाद बेटा व पत्नी तथा उसके ससुराल वाले उसे परेशान करने लगे तथा उस पर झूठे आरोप लगाने भी शुरु कर दिए। साथ ही घर से बाहर जाने के लिए मजबूर करने लगे। पीड़ित महिला ने बताया कि इस संबंधी उसने कई जगह गुहार भी लगाई, लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी। जिसके बाद आज उसने जीवन लीला समाप्त करने के लिए सतलुज दरिया से निकलने वाली सरहिंद नहर (नेहरू स्टेडियम के निकट) में से छलांग लगा दी। लेकिन राहगीरों ने पानी के बहाव में जाती हुई महिला को बचा लिया। सूचना के बाद घटना स्थल पर सिटी इंचार्ज इंस्पेक्टर कुलवीर सिंह सिद्धू ने पहुंच कर जायजा लेने उपरांत महिला को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में पहुंचाया।