सरकार की बैंक विरोधी नीतियों पर गुस्साए मुलाजिम
जासं, पटियाला भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से नोटबंदी का इतना लंबा समय बीत जाने के बाद भी बैंक
जासं, पटियाला
भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से नोटबंदी का इतना लंबा समय बीत जाने के बाद भी बैंकों को नकदी की आपूर्ति सही ढंग से नहीं की जा रही है। अधिकांश एटीएम या तो काम नहीं कर रहे हैं या उनमें नकदी ही नहीं है। इस वजह से जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह विचार स्टेट बैंक ऑफ पटियाला कर्मचारी संघ (पंजाब राज्य) के महासचिव याद¨वदर गुप्ता ने स्टेट बैंक ऑफ पटियाला का प्रधान कार्यालय के समक्ष आयोजित रोष प्रदर्शन के दौरान कही। उन्होंने कल देशभर में बैंकों में होने वाली हड़ताल को भी सफल बनाने की अपील की है।
प्रदर्शन में ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर एसोसिएशन के संयुक्त सचिव विनोद शर्मा ने कहा कि बैं¨कग उद्योग में नियमित कार्यो को आउटसोर्स करने का प्रयास किया जा रहा है, जोकि जोखिम से भरा है। श्रम संगठन अधिकारों के उल्लंघन के सरकार के कदम तथा नियमित कार्यो की आउटसोर्सिग के जोखिम भरे अभ्यास का हमारी यूनियन विरोध करती है। अखिल भारतीय ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष रामकुमार ने कहा कि खराब ऋणों के लिए जिम्मेदारों की जवाबदेही तय करने की आवश्यकता है। बैंक ऋणों की जानबूझकर चूक करने वालों के विरुद्ध फौजदारी कार्रवाई ही बैंकिंग सेक्टर को बचा सकती है। इस मौके पर बलवीर शर्मा, शुभकरण गिल, सनमीत ¨सह, राकेश चौधरी, हरजीत ¨सह, अशोक शर्मा, संजीव कुमार ने भी प्रदर्शन में अपने विचार प्रकट किए।