सु¨रदर ने हलमावर को पकड़ा तो साथी ने मारी गोली
जागरण संवाददाता, नवांशहर : शुक्रवार रात नौ बजे करीब दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवारों ने राहों रोड पर
जागरण संवाददाता, नवांशहर :
शुक्रवार रात नौ बजे करीब दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवारों ने राहों रोड पर एक व्यक्ति का पीछा करते हुए बिस्त दोआब नहर पर एक आरएमपी डाक्टर पर हमला कर दिया। घटना स्थल पर पहले से ही मौजूद दो भाईयों ने बीच बचाव करने की कोशिश की तो हमलावरों ने गोली चला दी, जो बचाव कर रहे सुरिंद्र को जा लगी। गोली लगते ही सुरेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के भाई राकेश कुमार के बयानों पर हत्या व लूट का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
इस बारे में जानकारी देते हुए हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना की तहसील बगाना के गांव ननावी निवासी राकेश कुमार ने बताया कि वह व उसका भाई सुरेंद्र कुमार दोनों राहों में रहते हैं तथा आढ़ती के पास मुनीम का काम करते हैं। शुक्रवार को नवांशहर के पंडोरा मोहल्ला निवासी देसराज आढ़ती जिसकी कुछ दिन पहले मौत हो चुकी है, के घर अफसोस करने के बाद रात नौ बजे करीब वापस आ रहे थे तो गांव छोकरा स्थित बिस्त दोआब नहर के पुल पर शराब के ठेके के नजदीक किसी काम से रुके थे। जिस दौरान नवांशहर साइड से ही एक बाइक पर सवार होकर राहों के सराफा मोहल्ला निवासी अश्वनी कुमार आया जो गढ़शंकर के गाव गोलूमाजरा में प्राइवेट तौर पर डाक्टरी करता है, आ कर रुका। जिसके बाद एक अन्य मोटरसाइकिल सवार दो युवक आए। जिन्होंने आते ही अश्वनी कुमार से बहसबाजी शुरू कर दी और उस पर हमला कर दिया। इसी दौरान हमलावरों ने अपने पिस्तौल का मुठ अश्वनी की गरदन पर मारी, जिसके बाद वह जमीन पर गिर गया। जिसके बाद अश्वनी को मार खाता देख वह व उसका भाई सु¨रद्र हमलावर पर टूट पड़े। इसी बीच सु¨रद्र ने एक हमलावर को दबोच लिया। यह देखकर हमलावर के दूसरे साथी ने अपने साथी को सु¨रद्र से छुड़ाने के लिए गोली मार दी, जो सु¨रदर के सीने लगी। गोली मारने के बाद दोनों हमलावर अश्वनी का बैग छीनकर गांव छोकरा की तरफ फरार हो गए। गोली लगने से सु¨रद्र की मौके पर ही मौत हो गई। जिसके बाद अश्वनी को उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना की सूचना पाकर एसएसपी स्नेहदीप शर्मा सहित अन्य पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए।
मोटरसाइकिल रोका तो कर दिया हमला
उपचाराधीन अश्वनी ने
बताया कि दो नकाबपोश मोटरसाइकिल सवार उनका पीछा कर रहे थे। उन्होंने गांव बैरिसयां गेट के पास भी रुकने का इशारा किया। परन्तु वह वहां पर नहीं रुका और
थोड़ी दूर जाकर नहर पुल पर लोगों की चहल पहल देख खुद को सुरक्षित समझते हुए रुक गया। एक ठेके पर अपना मोटरसाइकिल रोकर अभी स्टैंड ही लगाने लगा था कि उन्होंने मेरे सामने मोटरसाइकिल खड़ा करते मुझे पकड़ लिया और सिर पर कुछ भारी चीज से वार किया। जिसके बाद मुझे कुछ नहीं पता चला और अपने आपको अस्पताल में पाया।
अस्पताल ले जाने की बजाए पुछताछ करती रही पुलिस
मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार पुलिस ने अश्वनी जो कि बेहोश पड़ा था, उसकी तरफ देर तक कोई ध्यान ही नहीं गया। जिसके बाद घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे परिजनों ने उसे उपचार के लिए दाखिल करवाया।
- दो बच्चो का पिता था मृतक
मृतक सु¨रद्र कुमार के भाई राकेश कुमार ने बताया कि सु¨रदर कुमार
राहों दाना मंडी में आढ़ती साधु ¨सह के पास 28 सालों से मुनीम का काम करता था। जबकि वह भी आढ़ती मान ¨सह नीलोवाल के पास मुनीम का काम करता है। वह चार भाई थे, जिसमें किशोरी लाल, देसराज, सु¨रद्र व राकेश कुमार है। मृतक के दो बच्चे एक लड़का व एक लड़की है।