लीड--) धुंध की चादर में लिपटा शहर, वाहनों पर लगा ब्रेक
जागरण संवाददाता, नवांशहर : बुधवार को शहर घने धुंध की चादर में लिपटा रहा। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले
जागरण संवाददाता, नवांशहर : बुधवार को शहर घने धुंध की चादर में लिपटा रहा। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले दिनों हुई बारिश और समीपवर्ती पहाड़ी राज्यों हिमाचल, जम्मू व कश्मीर में हुई बर्फबारी के चलते यह परिवर्तन आया है। मंगलवार की रात करीब तीन बजे से ही धुंध गिरनी शुरू हो गई थी। सुबह पांच बजे से लेकर आठ बजे तक विजीबिलिटी 100 मीटर था। धुंध की वजह से फगवाड़ा-रोपड़ नेशनल हाईवे पर वाहन रेंगते नजर आए। कुछेक वाहन तो हाईवे के किनारों के ढाबों पर खड़े रहे, जोकि धुंध छंटने का इंतजार कर रहे थे।
इस संबंध में चालक दिलावर हुसैन ने बताया कि मंगलवार की रात 11 बजे वह कपूरथला से माल लेकर शिमला की ओर निकले हैं, लेकिन रात एक बजे ए-वन ढाबा पर खाना खाने के लिए रुका और जब वह रात एक बजे करीब चले तो टोल प्लाजा के पास धुंध इतनी ज्यादा थी कि उसे गाड़ी बड़ी धीमी गति से चलानी पड़ी।
जालंधर के एपी टूल्स से माल लेकर लुधियाना जा रहे ड्राइवर परमजीत सिंह ने बताया कि रात तीन बजे के करीब धुंध बहुत ज्यादा थी। आगे कुछ नजर नहीं आ रहा था। ऐसे में किसी अनहोनी से बचने के लिए नवांशहर के लाल ढाबा पहुंचते ही वहां ठहर गया था। सुबह आठ बजे के बाद आगे के लिए रवाना हुआ। टैक्सी ड्राइवर सीताराम ने बताया कि उसे सुबह आठ बजे सवारी को लेकर लुधियाना जाना था, लेकिन धुंध के कारण उसने सवारी नहीं उठाई। राहों से माछीवाड़ा, मत्तेवाल व फिल्लौर की ओर जाने वाले रास्तों पर धुंध के कारण वाहनों में ब्रेक लग गया। शाम पांच बजे के बाद फिर धुंध बढ़ने लगी और रात सात बजे तक धुंध ने फिर शहर को अपने आगोश में समेट लिया।
मौसम विभाग के विशेषज्ञों ने बताया कि पंजाब बीते दिनों पहले बारिश से नहाया, फिर तेज हवाओं ने सर्द मौसम को शीत लहर में बदला और अब धुंध पंजाब को करीब तीन दिनों तक परेशान करेगी । शहर के आसपास मौसम में न्यनतम तापमान करीब आठ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। उनके अनुसार पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी से मौसम में आए बदलाव से प्लेन एरिया के तापमान में भारी गिरावट की आशंका है। इसके साथ ही कोहरे और पाला से धुंध का असर तीन-चार दिनों तक बरकरार रहेगा। धुंध के चलते विजीबिलिटी 100 मीटर रहा।
वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाए जा रहे हैं : रविइंदर
जिला ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज रविइंदर कुमार ने कहा कि वाहनों के पीछे रिफ्लेक्टर लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही रोड की दशा व दिशा बताने के लिए चमकने वाले साइन बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गन्ने का सीजन चल रहा है, ऐसे में टै्रक्टर-ट्रॉलियों में लदा ओवरलोड गन्ना भी यातायात के लिए मुसीबत है। इसे लेकर किसानों की जागरूक किया जा रहा है। टोल टैक्स बचाने के लिए होशियारपुर व पठानकोट जाने वाले माल वाहन भी नवांशहर से होकर गुजरते हैं, जिससे ट्रैफिक समस्या बढ़ रही है। शादी विवाह का सीजन है एनआरआइ भी आए हुए हैं। ऐसे में हर शादी में करीब बीस तीस कारों का काफिला आम बात हो गया है। कुल मिलाकर यातायात का दबाव बढ़ा है और ऊपर से धुंध की मार से जाम लग रहा है। जिले के सतलुज दरिया के समीपवर्ती इलाकों में गुजरने वालों वाहनों की कतार लगी हुई है।