जिन्हें इंजीनियर बनना था, नशे ने अपराधी बना दिया
जागरण संवाददाता, नवांशहर : सिटी पुलिस ने झपटमार गिरोह में शामिल तीन युवकों को काबू कर चार वारदातें सुलझाने का दावा किया है। पकड़े गए तीनों आरोपी बी-टैक के विद्यार्थी बताए जा रहे हैं। वैसे क्या विडंबना है कि जिन्हें उनके माता-पिता इंजीनियर बनाना चाहते हैं, उन्हें नशे ने अपराधी बना दिया। नशे से घिरे इन युवकों को पकड़वाया भी एक युवा हौसले ने ही है, जो चार में से एक वारदात की भुक्तभोगी महिला का बेटा है।
थाना सिटी प्रभारी राज कुमार के मुताबिक शिव कॉलोनी निवासी नरिंदर कुमार बताया कि वीरवार रात करीब आठ बजे को उसके साथ उसकी मां कांता देवी दवा लेने मोटरसाइकिल पर जा रही थीं। घास मंडी के पास एक मोटरसाइकिल पर सवार दो युवकों में से एक युवक ने कांता देवी के एक कान से बाली झपट ली। नरिंदर कुमार ने मां को वहीं उतारकर झपटमारों का पीछा करते हुए शोर मचा दिया। इन्हीं बुलंद हौसलों की वजह से एक आरोपी तुरंत दबोच लिया गया। बाकी दो भाग गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की। पकड़े गए आरोपी हरप्रीत की निशानदेही पर पुलिस ने जम्मू निवासी अरुण दीप व जगराओं निवासी भवनेश को गिरफ्तार कर लिया। यह बात भी उल्लेखनीय है कि पकड़े गए तीनों युवक अच्छे असर रसूख वाले परिवारों से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन नशे की लत को पूरा करने के लिए ही झपटमारी करते थे।
पुलिस ने ट्रेस की पहली घटना
पुलिस का दावा है कि 9 अगस्त को नवांशहर के रेलवे स्टेशन के पास जब भुच्चरा मोहल्ला निवासी मोनिका रानी अपने बाई को राखी बांधने जा रही थी तो दो बाइक सवार लुटेरे उसका पर्स छीनकर फरार हो गए थे। मोनिका का छीना गया पर्स, दस्तावेज व पांच हजार की राशि में से 2500 रुपये बरामद किए गए हैं। सोने की अंगूठी भी बरामद हो गई है, लेकिन लॉक होने कारण आरोपियों ने मोबाइल को तोड़कर कहीं फेंक देने की बात कबूली है।
दूसरी घटना
कुछ दिन पहले पंडोरा मोहल्ला स्थित श्मशानघाट के नजदीक से इन लोगों ने पैद जा रही एक महिला से वाली झपटी थी। यह आर्टिफिशियल होने कारण महिला ने शिकायत दर्ज नहीं करवाई, लेकिन आरोपियों ने इसे कबूला है।
तीसरी घटना
थाना सगर बंगा के गांव साहलों के पास से मोटरसाइकिल सवार दंपति से आरोपियों ने सोने की चेन व वाली झपटी थी। इस संबंध में पुलिस थाना सदर में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसे भी इन्हीं तीनों ने कबूला है। सामान भी बरामद किया जा चुका है।
चौथी घटना
नवांशहर की शिव कॉलोनी निवासी कांता देवी के की गई झपटमारी की है। इसमें यह लोग काबू हुआ और बाकी की वारदातों का खुलासा हुई।
अरुणदीप करता था रेकी तो झपटमारी करता था हैप्पी
सूत्रों के अनुसार बी-टैक का छात्र अरुणदीप एक स्थान पर खड़ा होकर रेकी करता व शिकार मिलते ही साथी हैप्पी व भवनेश को इशारा करता। हैप्पी मोटरसाइकिल चलाते समय ही जा रही महिला से झपटमारी कर उसका पर्स या आभूषण झपटकर फरार हो जाता।
जब तलब लगती तो तुरंत घटना को देते अंजाम
तीनों में से एक को नशे की लत लगी तो उसने दूसरों को भी लगा दी। इसके बाद पहले तो घरवालों से आने-बहाने रुपये मांग कर लत को पूरा करते रहे, लेकिन जब घरवालों को शक हुआ तो रुपये देने भी बंद कर दिए। इसके बाद इनके पास नशे के लिए पैसे न होते तो यह तुरंत ही बाइक से निकलते और झपटमारी करते फिर झपटा सामान बेचकर नशे की पूर्ति कर लेते। सूत्रों की बात मानें तो ये घटना को अंजाम देने से लेकर नशा खरीदने का काम सिर्फ आधे घंटे में कर लेते थे।
रिमांड के दौरान और भी हो सकते थे खुलासे
पुलिस सूत्रों का मानना है कि अगर अदालत से इन तीनों का रिमांड मिल जाता तो जिले में हुई और भी झपटमारी की वारदातों से पर्दा उठ सकता था। पुलिस ने इन तीनों का रिमांड मांगा था, जिसे अदालत ने इन युवकों की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए यह मांग रद कर दी है। शनिवार को इन तीनों को जेल भेज दिया गया।