बैठक बेनतीजा, डीसी के घेराव का अल्टीमेटम
अशोक सिंह भारत, नवांशहर
शहर में जगह-जगह लगे हुए कूड़े के ढेरों के निस्तारण की समस्या अभी तक बरकरार है। मंगलवार को एडीसी अमरजीत पाल और हड़ताली कर्मचारियों के बीच हुई बैठक भी बेनतीजा रहा। नेताओं ने कहा मामला स्टेट यूनिट का है, वो जैसा कहेंगे, वैसा ही करेंगे। इसे लेकर डीसी अनिंदिता मित्रा ने निदेशक स्थानीय निकाय प्रयाग भारती को पत्र लिखा है। स्टेट एक्जीक्यूटिव बॉडी के मेंबर संजीव भारद्वाज ने कहा कि स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी और हड़ताली लोगों में सेटलमेंट हो चुका हैं, लेकिन पटियाला और तलवंडी साबो में हो रहे उप चुनावों के मद्देनजर लगे इलेक्शन कोड की वजह से कोई भी घोषणा नहीं हो पा रही हैं।
घर से स्कूल जाने वाले बच्चे बोले अंकल जी, बहुत तेज बदबू आने लगी हैं। अब तो स्कूल जाते समय मुंह ढककर निकलना पड़ता है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी को चिंता है कि शहर की सेहत बिगड़ी तो जिम्मेदारी सेहत विभाग की होगी।
शहर के कोठी रोड, पंडोरा मोहल्ला, गीता भवन रोड, मूसापुर रोड, रेलवे रोड, वाल्मीकी मोहल्ला रविदास मोहल्ला, टीचर कॉलोनी, न्यू टीचर कालोनी, फतेह नगर, शुगर मिल कालोनी, राजा मोहल्ला, आर्य समाज रोड, हीरा जंट्टा मोहल्ला, सलोह रोड, सतगुरु नगर, विकास नगर, कुलाम रोड, माडल टाउन, चंडीगढ़ रोड, गुरु अंगद नगर, रंजीत नगर, बंगा रोड, गुरु तेग बहादुर नगर, गढ़शंकर रोड, मोहल्ला लखदाता पीर आदि में लगे कूड़े ढेरों से निकल रही दुर्गध ने वातावरण को बुरी तरह से प्रदूषित कर दिया हैं। लोग घर से निकलते ही नाक पर कपड़ा रख लेते हैं। विद्यार्थियों रंजना, गुरप्रीत कौर, आशा, संध्या, जसप्रीत सिंह, वरुन, गौरव, सागर आदि ने कहा अब सहन नहीं हो रही है गंदगी। इनके अलावा शहरवासी प्रवेश चोपड़ा, विजय कुमार, दिनेश गौतम, कपिल दे आदि ने कहा कि अगर हालात जल्दी नहीं सुधरे तो शहर में डेंगू मलेरिया, पीलिया और काला ज्वर जैसी गंभीर बीमारी फैलने का खतरा बढ़ जाएगा।
निदेशक स्थानीय निकाय को लिखा गया है पत्र : डीसी
डीसी अनिंदिता मित्रा ने स्वीकार किया कि कूड़े की समस्या गंभीर बन चुकी है। इसे हल करने के लिए मंगलवार को एडीसी अमरजीत पाल के साथ हड़ताली कर्मचारियों की बैठक भी हुई थी। उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्होंने निदेशक स्थानीय निकाय विभाग को पत्र भी लिखा है। समस्या जल्दी ही सुलझ जाएगी।
शहर में बीमारी फैली तो सेहत विभाग होगा जिम्मेवार : डीएचओ
इस बारे में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. गरजा सिंह ने कहा की सफाई की समस्या बीमारी की न बन सके, इसलिए शहर में कूड़े के ढेरों का हटना जरूरी हैं। हालात गंभीर है, प्रशासन के प्रयास रंग लाते नजर नहीं आ रहे है, अगर कोई बीमारी फैलती है तो उसकी जिम्मेदारी सेहत विभाग पर आएगी। शहर में साफ-सफाई का काम नगर परिषद का है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वो ईओ को पत्र लिखेंगे।
बस दो दिन का समय दीजिए, मामला हल हो जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी के स्टेट कार्यकारिणी कमेटी के सदस्य संजीव भारद्वाज बोले कि दो दिन का समय दीजिए। स्थानीय निकाय मंत्री पंजाब अनिल जोशी के साथ मामला हल हो चुका है, लेकिन पंजाब के पटियाला व तलवंडी साबो में हो रहे उप चुनावों के चलते लगे इलेक्शन कोड की वजह से घोषणा नहीं हो सकती है। उन्होंने स्वीकार किया कि कूड़े की सफाई नहीं होना गंभीर समस्या है।
कूड़ा निस्तारण पार्टी विशेष की नहीं, शहरवासियों की समस्या : पल्लीझिक्की
कांग्रेस के पूर्व जिला प्रधान सतवीर सिंह पल्ली झिक्की बोले की कूड़ा निस्तारण की समस्या को पार्टी विशेष न बनाया जाए। यह पूरे समाज की समस्या बन चुकी है। विपक्ष में होने के नाते इस मुद्दे पर प्रशासन तक लोगों की आवाज बनने का जो नैतिक कर्तव्य है उसे मैं राजनीतिक रंग नहीं देना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि हड़ताली कर्मचारियों को भी सोचना चाहिए की शहर में गंदगी से बीमारी फैलती है, तो वह किसी एक के घर में नहीं सबके घर फैल सकती है।
पटियाला उप चुनाव में व्यस्त था : बांगड़
जिला कांग्रेस प्रधान धरम पाल बांगड़ बोले की पटियाला उप चुनाव में पार्टी के लोग व्यस्त है, इसी लिए इस मुद्दे पर सोमवार को पार्टी के लोगों द्वारा चंडीगढ़ चौक पर दिए गए धरने में शामिल नहीं हो पाए थे। गंदगी उठवाने के लिए जला प्रशासन गंभीरता से सोचे, ताकि शहर में बीमारी न फैले।
शहरवासियों ने कूड़ा निस्तारण को लेकर बैठक की
जागरण संवाददाता, नवांशहर : मंगलवार को नवांशहर सुधार कमेटी की एक बैठक हुई, जिसमें बीते 15 दिनों से शहर में सफाई कर्मियों की हड़ताल के चलते जगह-जगह कूड़े के ढेरों को उठाने के लिए प्रशासन के खिलाफ संघर्ष करने की रणनीति तह की गई। इस संबंध में जानकारी देते हुए बिंट्टू बजाज, राकेश विक्की व सुखविंदर सिंह थांदी ने कहा कि संघर्ष कमेटी जगह-जगह लगे कूड़े के ढेरों से शहर में बीमारी फैलने के डर से प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल रखी है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने पहले 15 अगस्त को किए वादे से मुकर जाने के बाद फिर बीते सोमवार को एसडीएम अमरजीत पाल ने दो दिन का समय मांगा था। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बुधवार शाम तक शहर से कूड़ा न उठा तो वीरवार को शहर के लोग डीसी का घेराव करेगें और शहर को बचाने के लिए वह भूख हड़ताल, मरणव्रत भी रख सकते हैं, जिसकी जिम्मेवारी जिला प्रशासन की होगी।
बैठक में बीते सोमवार को दिए गए धरने के दौरान तमाशबीन बने कुछ शरारती तत्वों की कड़े शब्दों में निंदा की गई। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन शहर को बचाने के लिए किया जा रहा है, न कि सियासी रोटी सेकने के लिए। उन्होंने कहा कि इस इस प्रदर्शन में शहर की सभी समाजसेवी, धार्मिक संगठन शामिल हो कर अपनी ताकत से प्रशासन को जगाने का काम करें, जिससे शहर में फैली गंदगी से लोगों को निजात मिल सके।