रिकवरी नोटिस वापस लेने की मांग
संवाद सूत्र, बलाचौर
विधवा व बूढ़े लोगों के साथ रिकवरी के नाम पर सरकार ने धोखा दिया है। यह कहना था शुक्रवार को तहसील परिसर में धरने पर बैठे मजदूर यूनियन के लोगों का। धरने की अगुवाई इफ्टू प्रदेश प्रधान कुलविंदर सिंह व पीएसयू के तहसील प्रधान भूपिंदर मान ने की। कुलविंदर सिंह व भूपिंदर मान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जो तोहफा चुनाव के समय लोगों को वोटों के लिए दिया था, चुनाव खत्म होते ही उसे बोझ लगने लगा। भूपिंदर मान ने कहा कि प्रदेश सरकार खर्चो में कटौती के नाम पर ऐसे फैसले लेने का रोना रोती है, परन्तु अपने एशो आराम के लिए लोगों का खून चूसती है। कुलविंदर सिंह ने कहा कि जिन लोगों की पेंशन काटी गई या जिन्हें रिकवरी नोटिस भेजकर हजारों रुपये का बोझ डाला है, उनके पास तो खाने के लिए रोटी बड़ी मुश्किल से जुटती है। सभी की उम्र 60, 70 साल के नीचे है। ऐसा ही एक बुजुर्ग जोड़े मस्त राम तथा कर्मा देवी ने दैनिक जागरण को बताया कि वह 60 साल से ऊपर के हैं। सरकार द्वारा उन्हें करीब 52 हजार रुपये का नोटिस भेजा गया है। वह कहां से दे पाएंगे। मस्त राम ने कहा कि वह तो कोई काम भी नहीं करते, कुछ समय पहले उनके हाथ टेढ़े हो गए। उनके पास न तो कोई जमीन है और न ही उनका कोई बच्चा ही है। इफ्टू के सदस्य गुरदियाल तथा हरमेश ने कहा कि सरकार को इस फैसले को वापस लेना होगा, नहीं तो संघर्ष को और तेज किया जाएगा। धरना दे रहे नेताओं ने एसडीएम नयन जस्सल को मांगपत्र भी दिया। इस अवसर पर कुलविंदर चाहल, पुरुषोत्तम, हेमराज जैनपुर, सुच्चा सिंह, अशोक कुमार, मोहन सिंह आदि भारी संख्या में बुजुर्ग महिलाएं तथा लोग उपस्थित थे।
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