Move to Jagran APP

स्कूल प्रबंधक नहीं मानते आदेशों को

संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब भले ही पहले माननीय सुप्रीम कोर्ट की ओर से बच्चों की सुरक्षा क

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Feb 2017 03:01 AM (IST)Updated: Tue, 28 Feb 2017 03:01 AM (IST)
स्कूल प्रबंधक नहीं मानते आदेशों को

संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब

loksabha election banner

भले ही पहले माननीय सुप्रीम कोर्ट की ओर से बच्चों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए आदेश जारी किए गए हैं। इसके लिए वाहन सेफ्टी एक्ट भी जारी किया गया है। लेकिन स्कूल वाले इन आदेशों को मानने के लिए तैयार नहीं है। दो वर्ष से अधिक समय से प्रशासन व विभाग ने सख्ती की हुई है। लेकिन अभी तक भी स्कूल वालों ने वाहनों में बच्चों की सुरक्षा के लिए पूरे प्रबंध नहीं किए हैं। जिस कारण हादसे रुकने में नाम नहीं ले रहे हैं। प्रशासन की ओर से स्कूल वाहन में ड्राइवर के लिए वर्दी, कंडक्टर, महिला कंडक्टर, सीसीटीवी कैमरे, अलार्म आदि का प्रबंध करने को कहा गया है। लेकिन शहर के अधिकतर ऐसे स्कूल में जिनमें यह सुविधाएं पूरी नहीं है। फिर भी उनकी वैन सरेआम चल रही हैं। जिनके खिलाफ कोई भी विभाग कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। सबसे अधिक डीएवी पब्लिक स्कूल के वाहन नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं। इस स्कूल की वैन रंग बिरंगी है। अधिकतर ड्राइवर के वर्दी तक नहीं पहनी होती। यहां तक कि गाडियों में सीसीटीवी कैमरे तक नहीं लगे हुए हैं। आकाल अकादमी स्कूल की ¨प्रसिपल एसके ग्रेवाल के अनुसार उनके स्कूल की करीब 30 वैन है। जिनके ड्राइवर की वर्दी तो है। महिला सहायक नहीं है, क्योंकि उनका स्टाफ वैन में साथ ही आता जाता है। इसके अलावा करीब दस वैन में सीसीटीवी कैमरे भी लगाने वाले हैं। अलार्म आदि की सुविधा तो है। जबकि शिवालिक स्कूल के ¨प्रसिपल राकेश परुथी ने अपने स्कूल की किसी भी तरह की वैन न होने की बात कहते हुए कहा कि बच्चों के परिजनों ने अपने तौर पर नौ वैन लगाई हुई है। लेकिन इनमें न तो सीसीटीवी कैमरे हैं और न ही कोई कंडक्टर। क्योंकि पेरेंट्स अधिक फीस नहीं भर सकते। इसलिए कम फीस देकर ही उनकी ओर से ऐसी वैन लगाई हुई हैं। उधर जिला शिक्षा अधिकारी पर¨मदर ¨सह बराड़ ने कहा कि वैसे तो यह स्कूल उनके अधीन नहीं है। फिर भी वह उन्हें चिट्ठी निकालकर इन्हें पूरा करने की बात कहेंगे। डीसी डॉ. सुमीत जारंगल का कहना है कि यदि स्कूल वालों ने यह हिदायतें पूरी नहीं की तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.