कैप्टन के खिलाफ डीसी दफ्तर पर मजदूरों का प्रदर्शन
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब पंजाब खेत मजदूर यूनियन की ओर से मंगलवार को मिनी सचिवालय का घेराव
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब
पंजाब खेत मजदूर यूनियन की ओर से मंगलवार को मिनी सचिवालय का घेराव कर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान मांगों के प्रति नए बने मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह की खामोशी प्रति जमकर नारेबाजी की गई। धरने को संबोधित करते हुए जिला सचिव तरसेम ¨सह खुंडे हलाल, कार्यकारी अध्यक्ष गुरजंट ¨सह साउंके, बाज ¨सह भुट्टीवाला, काका ¨सह खुंडे हलाल, राजा ¨सह खुन्नण कलां आदि ने कहा कि इससे पहले शिअद-भाजपा की पूर्व सरकार ने दस वर्षों तक मजदूरों के साथ टॉलमटोल की नीति अपनाने के साथ उन्हें लालीपॉप देती रही। अब कैप्टन सरकार ने कार्यभार संभालने के बाद करीब सवा सौ नए आदेश तो जारी कर दिए, मगर इनमें कहीं भी मजदूरों की मांगों को पूरा करने संबंधी कोई फैसला नहीं लिया, जिस कारण मजदूर वर्ग में रोष पाया जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव दौरान एलान किया था कि पंजाब में कांग्रेस सरकार बनने पर कानून अनुसार पंचायती जमीन में से तीसरा हिस्सा मजदूरों को सस्ते दामों पर ठेके पर दी जाएगी, मगर इस बाबत कैप्टन सरकार ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। प्रदर्शनकारी मजदूरों ने मनरेगा के वर्षों पुराने काम की मजदूरी देने, पिछले सात माह से रुकी बुढ़ापा, विधवा व दिव्यांगता पेंशन जारी करने, मजदूरों को खराब हुई नरमा की फसल का मुआवजा देने, बिजली मीटरों को घरों से बाहर निकाले जाने पर रोक लगाने समेत अन्य मांगों को पूरा करने को आवाज बुलंद की गई। मजदूर नेताओं ने कहा कि जलूर कांड के 33 आरोपी अभी तक कानून की गिरफ्त से बाहर हैं। इस संबंध में 27 मार्च को संगरूर में धरना दिया जाएगा। उन्होंने कैप्टन सरकार को मांगें शीघ्र पूरा करने की चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शीघ्र मांगें न मानी गईं तो वह संघर्ष तेज करेंगे। इस मौके जगसीर ¨सह लक्खेवाली, जस¨वदर ¨सह संगूधौण, अमरीक ¨सह भागसर समेत अन्य भी उपस्थित थे।