मोगा में गार्ड की हत्या कर कैश वैन से 60 लाख लूटे
गार्ड को गोली मार कर 60 लाख रुपये लूट का मामला सामने आया है। घटना पंजाब के मोगा जिले की है।
जागरण संवाददाता, मोगा। नकाबपोश लुटेरों ने सोमवार दोपहर बैंक का कैश लेकर बाघापुराना जा रही प्राइवेट इनोवा पर अंधाधुंध फायरिंग करके बैंक के सुरक्षा गार्ड की हत्या कर दी और 60 लाख रुपये लूट लिए। लुटेरों द्वारा फायरिंग करते ही इनोवा का ड्राइवर व बैंक का चपरासी गाड़ी छोड़कर भाग गए, जबकि बैंक मैनेजर ने लुटेरों के सामने मिन्नतें कर अपनी जान बचाई। कोटकपूरा रोड पर डेरा राधास्वामी स्वामी के पास दिनदहाड़े हुई इस वारदात के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई। थाना सिटी साउथ पुलिस ने सात अज्ञात के खिलाफ डकैती व हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स बाघापुराना शाखा के मैनेजर प्रवीण साहू ने बताया कि सोमवार को कैश लेने के लिए वे मोगा शहर में प्रताप रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया पहुंचे थे। इसके लिए उन्होंने प्राइवेट इनोवा (पीबी 47ए 0003) हायर की थी। इनोवा में उनके साथ चपरासी गुलशन कुमार, सुरक्षा गार्ड हरिन्द्र भी थे। बलदेव निवासी गांव लंडे इनोवा चला रहा था। बैंक ऑफ इंडिया की चेस्ट से 60 लाख रुपये लेकर अपरान्ह 1.50 बजे वे बाघापुराना के लिए रवाना हुए। तकरीबन दो बजे कोटकपूरा रोड स्थित राधा स्वामी डेरा के पास जब इनोवा पहुंची तो एक वरना, एक आई ट्वेंटी और एक अन्य कार ने आगे-पीछे से घेर लिया।
तीनों कारों से करीब 6-7 नकाबपोश लुटेरों ने उतरते ही इनोवा का शीशा पैर से तोड़ दिया और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इनोवा की अगली सीट पर बैठे सुरक्षा गार्ड हरिन्द्र के मुंह व छाती पर गोली लगी, जिससे वह गिर गया। इसके बाद लुटेरों ने एक गोली और मार दी तथा उसे घसीट कर सड़क के किनारे कर दिया। इस दौरान इनोवा का ड्राइवर और चपरासी डरकर गाड़ी छोड़कर भाग गए। ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि उसने देखा बैंक मैनेजर ने नकाबपोश लुटेरों के सामने हाथ-पांव जोड़कर छोड़ देने की मिन्नतें की। इसके बाद लुटेरे गाड़ी में पड़ा कैश वाला ट्रंक लेकर फरार हो गए। घटना के बाद एंबुलेंस 108 बुलाकर उसमें गार्ड हरिंद्र सिंह को सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
वारदात की सूचना मिलते ही डीएसपी सिटी हरिन्द्र डोड, एसपी डी अमरजीत घुम्मन, एसपी एच जसविन्द्र घारू ने पुलिस टीम के साथ घटनास्थल का जायजा लिया और जांच शुरू कर की।
संदिग्ध लगता है मामला : पुलिस
फिरोजपुर से घटनास्थल पर पहुंचे मोबाइल फोरेंसिक टीम के हेड कांस्टेबल सोमनाथ, नवल किशोर व कर्णदीप ने बताया कि उनको यह मामला संदिग्ध लगता है। फिलहाल उनके द्वारा लिए गए फिंगर प्रिंट जांच के लिए भेज दिए गए हैं।
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