जसप्रीत उठजा पुत्त तैनू सारा ¨पड देखन लई आया
-गांव निवासी बोले गांव तलवंडी मल्लियां हमेशा जसप्रीत के नाम से जाना जाएगा -देश के लिए इतनी बड़ी कुर
-गांव निवासी बोले गांव तलवंडी मल्लियां हमेशा जसप्रीत के नाम से जाना जाएगा
-देश के लिए इतनी बड़ी कुर्बानी देने वाले जसप्रीत के लिए हर आंख में झलके आंसू
संवाद सहयोगी, मोगा
जैसे ही शहीद जसप्रीत ¨सह का शव उसके गांव तलवंडी मल्लियां में लाया गया तो उसके परिवारिक सदस्यों की चीखों से पूरा गांव गूंज उठा। जैसे ही शव को जसप्रीत के घर लाया गया तो घर में लोगों की भीड़ इतनी हो गई कि परिवार को ही जसप्रीत से मिल पाना मुश्किल हो रहा था। समय की नजाकत को समझते भारतीय सेना के जवानों ने परिवारिक सदस्यों को जसप्रीत के शव के अंतिम दर्शन करवाए। इस दौरान जसप्रीत की मां विरलाप करते हुए कह रही थी कि जसप्रीत उठजा पुत्त तैनू सारा ¨पड देखन लई आया। मां के ऐसे विरलाप सुनकर वहां पर मौजूद हर किसी के आंखों में आंसू झलक उठे। हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों के बीच जसप्रीत के शव के अंतिम संस्कार के लिए ला जाना पाना मुश्किल हो रहा था। इसी के चलते जसप्रीत की शव यात्रा के साथ गांव निवासियों का करीब एक किलोमीटर तक लंबा काफिला श्मशानघाट तक पहुंचा।
जसप्रीत के भाई ने लगाए इंकलाब ¨जदाबाद के नारे
जब जसप्रीत का अंतिम संस्कार किया जाने लगा तो उसके छोटे भाई ने भावुक होकर जोश के साथ इंकबाल ¨जदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस दौरान जसप्रीत के भाई के जजबातों की कदर करते वहां पर उपस्थित लोगों ने भी इंकबाल ¨जदाबाद के नारे लगाए। इस मौके पर जब कुछ गांव वासियों से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि जसप्रीत जब भी गांव आता था तो अपने साथी युवकों को सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया करता था। गांव के लोगों का कहना था कि जसप्रीत ने छोटी उम्र में जो काम कर दिखाया है, उससे गांव तलवंडी मल्लियां का नाम भी इतिहास में लिख दिया है। जिसके चलते अब गांव तलवंडी मल्लियां शहीद जसप्रीत ¨सह की पहचान से जाना जाया करेगा।