पंजाब.. एनआरआइ की गोलियां मारकर हत्या
जेएनएन, मोगा गांव कालिए वाला में मंगलवार सायं हथियारों से लैस होकर पहुंचे गाड़ी सवार लोगों ने एक ए
जेएनएन, मोगा
गांव कालिए वाला में मंगलवार सायं हथियारों से लैस होकर पहुंचे गाड़ी सवार लोगों ने एक एनआरआइ की गोलियां मारकर उस समय हत्या कर दी, जब वह खेतों में गेंहू की फसल की कटाई करवा रहा था। डीएसपी (सिटी) समेत पुलिस अन्य पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। आशंका जताई जा रही है कि एनआरआइ की हत्या में उसकी विधवा भाभी व पुलिस के एक एएसआइ का हाथ है।
जानकारी के अनुसार गांव कालिए वाला निवासी हरिन्द्र सिंह उर्फ कालू पुत्र सुरजीत सिंह (40-45 वर्ष) एनआरआइ है। वह पिछले कई सालों से कनाडा में परिवार समेत रहता था। वह 10-15 दिन पहले कनाडा से गांव लौटा था। वह अपनी ठेके पर दी जमीन पर मंगलवार शाम को लगभग छह बजे ठेकेदार के साथ गेहूं की फसल कटवा रहा था। इस दौरान दो गाड़ियों में हथियारों से लैस होकर 15-20 लोग खेतों में पहुंचे और उन्होंने हथियारों से एनआरआइ पर ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी। जबकि खेतों में काम कर रहे दूसरे लोग गोलियां चलती देख मौके से भाग खड़े हुए। इसके बाद हमलावर अपने वाहनों में बैठकर फरार हो गए, जबकि एनआरआइ की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मृतक दो बच्चों का पिता है, जिनमें एक बेटी व बेटा है।
सूत्रों के अनुसार उक्त मरने वाले एनआरआइ के भाई परमिंदर सिंह की कई साल पहले मौत हो गई थी। जबकि उसकी भाभी वलजिंदर कौर ने अपने ससुराल जमीन की 17 एकड़ में से अपनी हिस्से की साढे़ आठ एकड़ जमीन बेच दी थी, जबकि शेष जमीन जोकि एनआरआइ के हिस्से व अन्य रिश्तेदारों के हिस्से की थी, को उसने एक एएसआइ की मिलीभगत से जुलाई 2014 को फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर अपने नाम करवा लिया था। जब इस बारे में एनआरआइ हरिन्द्र सिंह व उसके परिवार वालों को चला, तो उन्होंने अदालत में याचिका लगाकर जमीन संबधी स्टे हासिल कर लिया था।
दूसरी ओर डीएसपी (सिटी) संदीप शर्मा, थाना सदर प्रभारी गुलजिंदर सिंह समेत पुलिस पार्टी ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया। वहीं पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचा दिया है।