गाड़ी लूटने वाला होटल मालिक नशा तस्करी में लिप्त
नवदीप सिंगला, मोगा
अमृतसर रोड पर स्थित मेहताब होटल के मालिक को लाखों की गाड़ी लूटने के आरोप में शनिवार को लुधियाना पुलिस ने उसके ममेरे भाई जसवीर सिंह सहित गिरफ्तार किया है। जबकि आरोपी के खिलाफ नशा तस्करी के अलावा घर में घुसकर मारपीट व जान लेवा हमला करने के आरोप में भी केस दर्ज है।
गौरतलब है कि जिला फिरोजपुर के गांव रटोल के पूर्व सरपंच दलजीत सिंह उर्फ भोला हाल आबाद मोगा के संत नगर निवासी पर नौ अगस्त को लुधियाना के कैलाश चौक के निकट से फॉरच्यूनर गाड़ी लूटने के आरोप में लुधियाना पुलिस ने शनिवार को उसे व उसके ममेरे भाई जसवीर सिंह को गिरफ्तार कर कार बरामद कर ली है।
दूसरी ओर होटल व पैलस व्यवसाय से जुड़े पूर्व सरपंच दलजीत सिंह उर्फ भोला पर जनवरी 2005 में जिला फिरोजपुर के थाना मल्ला वाला पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। 18 जनवरी 2006 को अदालत ने सुबूतों व गवाहों के अभाव में दलजीत सिंह को बरी करने का फैसला सुनाया था। इसके उपरांत थाना सदर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ चार दिसंबर 2006 को धारा 445 एवं 427 के तहत थाना सदर में केस दर्ज किया था। वह केस मोगा की अदालत में विचाराधीन है। इसी तरह थाना सिटी वन पुलिस ने पूर्व सरपंच के खिलाफ 18 सितंबर 2007 को थाना सदर में घर में घुसकर जान से मारने की धमकी देने तथा चोरी करने के आरोप में केस दर्ज किया था। इस मामले में भी केस मोगा अदालत में विचाराधीन है। इसके अलावा 22 सितंबर 2008 को थाना मेहना पुलिस ने पूर्व सरपंच दलजीत सिंह उर्फ भोला के खिलाफ एक किलो अफीम के साथ गिरफ्तार किया था। इस संबंध में मेहना पुलिस ने उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। लेकिन जिला अदालत ने अफीम तस्करी के आरोपी पूर्व सरपंच दलजीत सिंह को तीन सितंबर 2012 को सुबूतों व गवाहों के अभाव में बरी कर दिया था।
सूत्रों के मुताबिक आरोपी पूर्व सरपंच दलजीत सिंह की कई साल पहले ईस्ट वेस्ट नामक प्राइवेट बस कपंनी थी। जिसमें उसकी आठ बसें चलती थी। कुछ बसें लोन पर थी। जबकि कुछ बसें उसने खुद खरीदी थी। इस कपंनी की आड़ में दलजीत सिंह ने नशा तस्करी का धंधा शुरू किया, जिसके तहत वह फिरोजपुर, जीरा, मक्खू, तलवंडी भाई, मोगा तथा उसके आस पास के क्षेत्र में नशा सप्लाई का धंधा करता था। इसी बीच उसने एक बैंक को अपना संत नगर के निकट यार्ड किराए पर दिया था। जहां पर बैंक वाले लोगों को वाहन खरीदने के लिए दिए लोन को न चुकाने पर वाहन जब्त कर इस यार्ड में खड़े कर देते थे। लेकिन आरोपी बैंक रिकवरी के तहत पकड़े वाहनों में से एक वाहन को गुप्त ढंग से वहां से निकालकर उन वाहनों में नशा तस्करी का धंधा करता था। इसी के तहत थाना मेहना में 22 सितंबर 2008 को एक किलो अफीम सहित जिस गाड़ी से अफीम बरामद हुई थी, वह बैंक की रिकवरी टीम द्वारा रिकवर की गई गाड़ी थी।