धान की कीमत में किया इजाफा यूनियन को मंजूर नहीं
संवाद सूत्र, मानसा : केंद्र सरकार की ओर से धान की कीमत में 80 रुपये प्रति क्विंटल के किए इज
संवाद सूत्र, मानसा : केंद्र सरकार की ओर से धान की कीमत में 80 रुपये प्रति क्विंटल के किए इजाफे को सिरे से नकारते हुए भारतीय किसान यूनियन एकता उगरांहा ने मांग की है कि धान के अलावा अन्य फसलों के रेट स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार तय किए जाएं। जिला प्रधान राम ¨सह भैणीबाघा ने कहा कि धान की पैदावार करने व अन्य खर्च जोड़कर 1650 रुपये किसानों का खर्च आता है, जबकि केंद्र सरकार द्वारा 80 रुपये बढ़ोतरी करने के बावजूद 1590 रुपये ही रेट तय किया गया है। मोदी सरकार किसानों की आमदन बढ़ाने के बयान दे रही है, वही किसानों की फसलों के रेट भी पूरे नहीं दिए जा रहे। यूनियन ने कहा कि केंद्र सरकार प्राइवेट कंपनियों के दबाव में उन्हें मनमर्जी के रेट बढ़ाने की छुट दे रखी है। इससे किसान कर्ज में दबते जा रहे हैं। यूनियन ने मांग की कि किसानों को धान का कम से कम रेट 2450 रुपये दिया जाए।