डीसी कार्यालय समेत 13 सरकारी दफ्तरों पर 60 लाख हाउस टैक्स बकाया
= डीसी कार्यालय पर 32 लाख 96 हजार 326 रुपये बकाया = जिले के 13 सरकारी दफ्तरों पर करीब 60 लाख रुपये
= डीसी कार्यालय पर 32 लाख 96 हजार 326 रुपये बकाया
= जिले के 13 सरकारी दफ्तरों पर करीब 60 लाख रुपये का कर्ज
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राजेश नेगी, मानसा
दूसरों को नसीहत और कार्रवाई करने वाले डीसी और एसपी खुद अपने कार्यालय का पिछले कई सालों से हाउस टैक्स नहीं भर रहे। इन दोनों पर करीब 47 लाख रुपये नगर कौंसिल का बकाया है। कौंसिल की लाचारी यह है कि ये दोनों विभाग सीधे तौर पर आम पब्लिक के साथ जुडे हैं, इस लिए इनके पानी या फिर सीवरेज के कनेक्शन नहीं काटे जा रहे। इनको सुरक्षा कवच मानते हुए 11 विभाग भी हाउस टैक्स नहीं भर रहे।
13 सरकारी विभागों पर 59 लाख 26 हजार 943 रुपये हाउस टैक्स के पेंडिंग
नगर कौंसिल के तरफ जिले के 13 सरकारी दफ्तरों की हाउस टैक्स के तौर पर देनदारी 59 लाख 26943 रुपये है। कई सरकारी विभाग ऐसे हैं जिन्होंने काफी लंबे समय से अपना बनता हाउस टैक्स नगर कौंसिल के पास जमा नहीं करवाया है। हाउस टैक्स की रकम समय पर जमा न करवाने की सूरत में इन विभाग पर बनती रकम पड़ ब्याज भी पड़ रहा है।
डीसी कार्यालय पर सबसे अधिक बकाया
जिले में सबसे अधिक हाउस टैक्स डिप्टी कमिश्नर मानसा दफ्तर ने अदा करना है। उक्त दफ्तर ने 32 लाख 96 हजार 326 रुपये हाउस टैक्स के तौर पर नगर कौंसिल के पास जमा करवाने हैं। डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के तरफ से साल 2000 से लेकर भी तक हाउस टैक्स की रकम पैंडिंग पड़ी है। उक्त दफ्तर ने हाउस टैक्स के तौर पर 11 लाख 30 हजार 995 रुपये भरने हैं वहीं उक्त रकम पर ब्याज 21 लाख 65 हजार 401 रुपये बनता है। इस तरह कुल रकम 32 लाख 96 हजार 326 बनती है। नगर कौंसिल के पास डिप्टी कमिश्नर दफ्तर की तरफ से न तो मूल रकम चुकाई है व न ही उन्होंने ब्याज की रकम चुकाया है।
एसएसपी दफ्तर पर भी लाखों रुपए पेंडिग
एसएसपी दफ्तर से नगर कौंसिल ने हाउस टैक्स के तौर पर 14 लाख 50 हजार 89 रुपये की वसूली करनी है। इसके अलावा जिला विकास व पंचायत आफिसर के तरफ 63 हजार 307 रुपये हाउस टैक्स का बकाया है। इस के अलावा सहायक डायरेक्टर बागवानी विभाग 27230 रुपये भरने हैं। जिला परिवहन विभाग ने हाउस टैक्स के तौर पर 274645 रुपये ,दफ्तर एडीसी(जनरल) के तरफ 4 लाख 57 हजार 845 रुपये, जिला सामाजिक सुरक्षा दफ्तर ने 9637 रुपए, जिला चुनाव दफ्तर(तहसीलदार) के तरफ 1 लाख 10 हजार 388 रुपये बकाया है। इसके अलावा दफ्तर कमांडर होम के तरफ हाउस टैक्स का 20211 रुपये व जिला आयुर्वेदिक यूनानी आफिसर से भी 20211 रुपये व दफ्तर सुपर टाइप राइटर से 4821 रुपये हाउस टैक्स की वसूली नगर कौंसिल ने करनी हैं।
संबंधित विभाग को कई बार लिखा गया है
नगर कौंसिल ने कुछ सरकारी विभागों से हाउस टैक्स के तौर पर करीब 59 लाख 26943 रुपए की वसूली करनी है। हाउस टैक्स भरने के लिए संबंधित विभाग को कई बार लिखा जा चुका है।
अमृत लाल, कार्य साधक आफिसर,नगर सल,कौ¨सल मानसा
मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है
डिप्टी कमिश्नर मानसा दफ्तर पर कितना हाउस टैक्स पें¨डग है, इसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है। मैने कुछ समय पहले ही ज्वाइन किया है। इस की जानकारी जुटा कर ही कुछ कहा जा सकेगा।
धर्मपाल गुप्ता,डिप्टी कमिश्नर,मानसा। जानकारी नहीं है
एसएसपी दफ्तर भी एक ही इमारत में है। नगर कौंसिल ने हमारे विभाग से हाउस टैक्स के तौर पर लाखों रुपए लेने है, इस के बारे में मुझे जानकारी नहीं है।
परमबीर ¨सह परमार,एसएसपी,मानसा।
सीवरेज या पानी कनेक्शन नहीं काट सकते
हाउस टैक्स अदा करने संबंधी संबंधित विभागों को कई बार पत्र लिखा जा चुका है। उनकी हाउस टैक्स की रकम पर ब्याज भी लग रहा है। सरकारी दफ्तर आम पब्लिक के साथ सीधे तौर पर जुडे हैं, इस लिए इनके पानी या फिर सीवरेज के कनेक्शन नहीं काटे जा सकते है।
धर्मपाल, ईओ,मानसा।