सीसीटीवी में कैद हुए रिश्वत लेते दिल्ली के दो पुलिसकर्मी
यहां दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल व एक कांस्टेबल पर एक व्यापारी से रिश्वत लेने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। वे व्यापारी के खिलाफ दिल्ली की एक अदालत को वारंट लेकर आए थे और रिश्वत लेकर उसे गिरफ्तार नहीं किया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। यहां दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल व एक कांस्टेबल पर एक व्यापारी से रिश्वत लेने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। वे व्यापारी के खिलाफ दिल्ली की एक अदालत को वारंट लेकर आए थे और रिश्वत लेकर उसे गिरफ्तार नहीं किया। रिश्वत लेने की रिकार्डिंग दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में हो गई।
बाद में दुकानदार ने दिल्ली की अदालत में जाकर सरेंडर कर दिया और पूरे मामले का खुलासा कर दिया। चंडीगढ़ के सेक्टर-19 थाना में इस संबंध में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे में पुलिसकर्मिंयों की रिश्वत लेते हुए तस्वीर कैद हुई है। पुलिस अब दिल्ली से वह सीडी हासिल कर सीएफएसएल जांच के लिए भेजेगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सेक्टर-20 डी के जय श्री कृष्णा कृपा डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड के मालिक सातिक गुलाटी के खिलाफ एक केस में पिछले माह दिल्ली की अदालत ने वारंट जारी किया था। यह वारंट लेकर दिल्ली पुलिस के जवान चंडीगढ़ आए थे।
यहां दिल्ली पुलिस के हेडकांस्टेबल भगत राम व कांस्टेबल जसमेर सिंह सातिक के भाई से मिले और उससे कहा कि यह वारंट कैंसिल करवाया जा सकता है और इसके लिए रिश्वत की मांग की। आराेप है कि उससे पुलिसकर्मियों ने एक हजार रुपये और शराब की एक बाेतल ली अौर चले गए।
इसके बाद व्यापारी सादिक ने कोर्ट द्वारा तय तारीख पहले ही वहां सरेंडर कर दिया। जब कोर्ट ने पहले सरेंडर होने का कारण्ा पूछा तो उसने पुलिसकर्मिंयों की करतूत का पर्दाफाश किया। सातिक ने पूर मामले की सीसीटीवी की फुटेज की सीडी भी कोर्ट में पेश की। इसके बाद दिल्ली में जीरो एफआईआर दर्ज कर मामला चंडीगढ़ के सेक्टर-19 थाना पुलिस को सौंप दिया गया है।