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    फिर बिगड़ने लगा पंजाब का प्रदूषण स्तर, बठिंडा सबसे ज्यादा प्रदूषित, लुधियाना के भी हालत बदतर

    By Kamlesh BhattEdited By:
    Updated: Mon, 04 Jan 2021 10:48 AM (IST)

    Pollution in Punjab पंजाब में एक बार फिर प्रदूषण स्तर बढ़ने लगा है। धुंध ने प्रदूषण की स्थिति को बिगाड़ा है। बठिंडा सबसे ज्यादा प्रदूषित है। जालंधर पटियाला और लुधियाना की हवा भी प्रदूषित हो गई है।

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    पंजाब में बिगड़ने लगा प्रदूषण का स्तर। सांकेतिक फोटो

    जेएनएन, पटियाला। बढ़ रही सर्दी के साथ पड़ रही धुंध के कारण पंजाब की हवा की गुणवत्ता में गिरावट आनी शुरू हो गई है। अमृतसर और लुधियाना को छोड़कर सभी शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) खराब कैटेगरी में शामिल होने की कगार पर है। तीन जनवरी को एक्यूआइ माडरेट कैटेगरी में शामिल हो गया। हवा की गुणवत्ता में आ रही गिरावट के बारे में पंजाब पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (पीपीसीबी) के अधिकारियों का मानना है कि ऐसा सर्दी बढऩे और धुंध के कारण प्रदूषण के कण नीचे ही दबे रहने से हो रहा है।

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    रविवार को 247 एक्यूआइ के साथ बठिंडा राज्य में सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा। इसी तरह 197 एक्यूआइ के साथ जालंधर दूसरे, 189 एक्यूआइ के साथ पटियाला तीसरे और 113 एक्यूआइ के साथ लुधियाना चौथे स्थान पर रहा। वहीं, 108 एक्यूआइ के साथ अमृतसर की हवा राज्य में सबसे बेहतर रही। साल 2020 में भी राज्य का एयर क्वालिटी इंडेक्स माडरेट कैटेगरी में ही था।

    अस्थमा व हार्ट के मरीजों के लिए खतरनाक है प्रदूषण का यह स्तर

    हवा में प्रदूषण के स्तर को 0 से 50 तक ही सही माना गया है। उससे ज्यादा होने पर यह अस्थमा व हार्ट के मरीजों के लिए खतरनाक माना जाता है। हवा में प्रदूषण या स्माग मरीजों के साथ-साथ बच्चे और बूढ़ों को भी बहुत तेजी से अपना शिकार बनाती है। ऐसे में संभव हो तो बाहर कम से कम निकलें, घर से बाहर निकलते समय मुंह पर कपड़ा या मास्क का प्रयोग करें, सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत डाक्टर की सलाह लें।

    पीपीसीबी केे मेंबर सेक्रेटरी करुणेश गर्ग का कहना है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स के बढऩे का कारण हवा में रोड डस्ट, ट्रैफिक और निर्माण के प्रदूषक तत्वों का मिलना है। धुंध के कारण यह तत्व हवा में मिलकर बिखरने की बजाय एक जगह ठहर जाते हैं। इस कारण हवा की गुणवत्ता पर इसका असर पड़ता है।

    किस शहर का कब कितना एक्यूआइ  

    शहर            3 जनवरी 2021 28 दिसंबर 2020   24 दिसंबर 2020 3 जनवरी 2020

    बठिंडा         247                  185                258                         113

    जालंधर       197                 89                 191                          137

    पटियाला     189                 117                  277                       153

    लुधियाना    113                 102                 217                        107

    अमृतसर      108                87                  189                         158