फिर बिगड़ने लगा पंजाब का प्रदूषण स्तर, बठिंडा सबसे ज्यादा प्रदूषित, लुधियाना के भी हालत बदतर
Pollution in Punjab पंजाब में एक बार फिर प्रदूषण स्तर बढ़ने लगा है। धुंध ने प्रदूषण की स्थिति को बिगाड़ा है। बठिंडा सबसे ज्यादा प्रदूषित है। जालंधर पटियाला और लुधियाना की हवा भी प्रदूषित हो गई है।
जेएनएन, पटियाला। बढ़ रही सर्दी के साथ पड़ रही धुंध के कारण पंजाब की हवा की गुणवत्ता में गिरावट आनी शुरू हो गई है। अमृतसर और लुधियाना को छोड़कर सभी शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) खराब कैटेगरी में शामिल होने की कगार पर है। तीन जनवरी को एक्यूआइ माडरेट कैटेगरी में शामिल हो गया। हवा की गुणवत्ता में आ रही गिरावट के बारे में पंजाब पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (पीपीसीबी) के अधिकारियों का मानना है कि ऐसा सर्दी बढऩे और धुंध के कारण प्रदूषण के कण नीचे ही दबे रहने से हो रहा है।
रविवार को 247 एक्यूआइ के साथ बठिंडा राज्य में सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा। इसी तरह 197 एक्यूआइ के साथ जालंधर दूसरे, 189 एक्यूआइ के साथ पटियाला तीसरे और 113 एक्यूआइ के साथ लुधियाना चौथे स्थान पर रहा। वहीं, 108 एक्यूआइ के साथ अमृतसर की हवा राज्य में सबसे बेहतर रही। साल 2020 में भी राज्य का एयर क्वालिटी इंडेक्स माडरेट कैटेगरी में ही था।
अस्थमा व हार्ट के मरीजों के लिए खतरनाक है प्रदूषण का यह स्तर
हवा में प्रदूषण के स्तर को 0 से 50 तक ही सही माना गया है। उससे ज्यादा होने पर यह अस्थमा व हार्ट के मरीजों के लिए खतरनाक माना जाता है। हवा में प्रदूषण या स्माग मरीजों के साथ-साथ बच्चे और बूढ़ों को भी बहुत तेजी से अपना शिकार बनाती है। ऐसे में संभव हो तो बाहर कम से कम निकलें, घर से बाहर निकलते समय मुंह पर कपड़ा या मास्क का प्रयोग करें, सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत डाक्टर की सलाह लें।
पीपीसीबी केे मेंबर सेक्रेटरी करुणेश गर्ग का कहना है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स के बढऩे का कारण हवा में रोड डस्ट, ट्रैफिक और निर्माण के प्रदूषक तत्वों का मिलना है। धुंध के कारण यह तत्व हवा में मिलकर बिखरने की बजाय एक जगह ठहर जाते हैं। इस कारण हवा की गुणवत्ता पर इसका असर पड़ता है।
किस शहर का कब कितना एक्यूआइ
शहर 3 जनवरी 2021 28 दिसंबर 2020 24 दिसंबर 2020 3 जनवरी 2020
बठिंडा 247 185 258 113
जालंधर 197 89 191 137
पटियाला 189 117 277 153
लुधियाना 113 102 217 107
अमृतसर 108 87 189 158