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बिजली संकट गहराया लोग बेहाल

जेएनएन, श्री माछीवाड़ा साहिब: गर्मी शुरू होते ही राज्य में बिजली संकट गहराता जा रहा है, लोगो

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Apr 2017 03:00 AM (IST)Updated: Mon, 24 Apr 2017 03:00 AM (IST)
बिजली संकट गहराया लोग बेहाल
बिजली संकट गहराया लोग बेहाल

जेएनएन, श्री माछीवाड़ा साहिब: गर्मी शुरू होते ही राज्य में बिजली संकट गहराता जा रहा है, लोगों में बिजली न मिलने से सरकार के खिलाफ जबरदस्त रोष है,जबकि इसके उलट पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह केंद्र सरकार से नेपाल को बिजली बेचने की अनुमति मांग रहे है, जबकि जमीनी हकीकत में राज्य के लोगों को ही बिजली नहीं मिल पा रही है।

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माछीवाड़ा पंजाब राज पावर निगम लिमिटेड के माछीवाड़ा ग्रिड से शहर और आसपास के करीब 100 से अधिक गांवों में बिजली की सप्लाई की जाती है। 22 अप्रैल को देर रात आए तेज तूफान के चलते माछीवाड़ा ग्रिड की सप्लाई ठप हो गई। जिसके बाद गर्मी से बेहाल लोग पानी की किल्लत से जूझते रहे। हालांकि बिजली निगम के कर्मचारी 22 घंटे बाद बिजली सप्लाई चालू कर पाए। बताते चले कि विभाग में स्टाफ की कमी का खामियाजा भी आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

बिजली विभागों में कर्मियों की कमी

वहीं माछीवाड़ा बिजली दफ्तर में कुल 142 पद है, जिसमें से 105 पोस्ट खाली है। इतना ही नहीं मात्र 37 कर्मचारी सब -डिविजन में 26 हजार बिजली के कनेक्शनों पर कंट्रोल करते हैं, जबकि सब डिविजन से मिले आकड़े हैरानीजनक हैं, इसमें सब डिविजन में 2 जूनियर इंजीनियर है, जबकि सात की जरूरत है। वहीं लाईनमैन 15 है, जरूरत 43 की है। वहीं लोगों की शिकायतों का निवारण करने व नई लाइन बिछाने के लिए 76 सहायक लाइनमैनों की आवश्यक्ता है, जबकि तैनात केवल 11 हैं। अब इन पदों के खाली होने से अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोगों की समस्याएं विभाग हल क्यों नहीं कर पा रहा है। समाजसेवी मनजीत, रजिन्दर सिंह, रमन गिल, ठेकेदार सतनाम सिंह आदि ने पंजाब सीएम कैप्टन अमरिन्दर सिंह से बिजली के ढांचे को दुरूस्त करने की मांग उठाई।


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