निगम का नोटिस, राहों रोड के डाइंग यूनिट्स सात दिन रहेंगे बंद
लोकसभा चुनाव खत्म होते ही राहों रोड पर सीवरेज जाम की समस्या पर एक बार फिर से सियासत शुरू हो गई। राहों रोड पर सीवरेज पूरी तरह से जाम है और ओवर फ्लो हो रहा है जिस वजह से मुख्य सड़क व आस-पास के मोहल्लों में सीवरेज का गंदा पानी जमा है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : लोकसभा चुनाव खत्म होते ही राहों रोड पर सीवरेज जाम की समस्या पर एक बार फिर से सियासत शुरू हो गई। राहों रोड पर सीवरेज पूरी तरह से जाम है और ओवर फ्लो हो रहा है, जिस वजह से मुख्य सड़क व आस-पास के मोहल्लों में सीवरेज का गंदा पानी जमा है। विधायक संजय तलवाड़ डाइंगों के अवैध कनेक्शन व गांवों के सीवरेज को जोड़े जाने को सीवरेज जाम के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। तलवाड़ ने निगम अफसरों को अब यहां तक कह दिया कि अगर इलाके में सीवरेज की समस्या का समाधान नहीं होता है तो वह लोगों के साथ धरने पर बैठ जाएंगे। विधायक तलवाड़ के अल्टीमेटम के बाद निगम अब सीवरेज जाम के कारणों की जांच में जुट गया है। इसके लिए निगम ने राहों रोड के डाइंग उद्यमियों को एक सप्ताह अपने यूनिट्स बंद करने के नोटिस दे दिए। दरअसल राहों रोड के सीवरेज जाम को लेकर डाइंग उद्यमियों को जिम्मेदार ठहराया जाता रहा है और डाइंग उद्यमी इस बात को नकारते रहे हैं। डाइंग यूनिटों को बंद करने के बाद अगर सीवरेज जाम की समस्या खत्म हो जाती है तो डाइंग यूनिटों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा और उसके बाद भी अगर सीवरेज जाम रहता है तो निगम इसके कारणों का पता लगाएगा। विधायक संजय तलवाड़ लंबे समय से राहों रोड पर सीवरेज जाम के लिए डाइंगों के अवैध कनेक्शनों को जिम्मेदार बताते रहे हैं। यहां तक कि उन्होंने कुछ डाइंगों के कनेक्शन भी कटवा दिए थे। वहीं चुनाव से ठीक पहले साहनेवाल हलके से अकाली विधायक शरणजीत सिंह ढिल्लों धरने पर बैठे। शरणजीत सिंह ढिल्लों ने अफसरों से सरकारी आदेशों का हवाला देकर गांवों के सीवरेज कनेक्शन को निगम के सीवरेज कनेक्शन से जुड़वा दिया। चुनाव के दौरान भी इलाके में सीवरेज की समस्या रही, लेकिन किसी भी नेता ने सीवरेज जाम की समस्या नहीं उठाई। चुनाव खत्म होते ही विधायक संजय तलवाड़ ने फिर से इस मामले को उठा दिया। संजय तलवाड़ ने बताया कि उन्होंने यह मामला निगम हाउस की बैठक में भी उठाया था। उसके बावजूद निगम अफसर इसके प्रति गंभीर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अफसरों ने अभी कार्रवाई नहीं की तो उन्हें मजबूर होकर लोगों के साथ धरना लगाना पड़ेगा। नगर निगम के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर रजिदर सिंह ने बताया कि 24 से 30 मई तक डाइंग उद्यमियों को अपने यूनिट बंद करने को कहा है। उससे साफ हो जाएगा कि सीवरेज जाम के लिए डाइंगों का पानी जिम्मेदार है या नहीं।
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