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सात दिन में हमलावरों को पकड़ो वरना झेलो विरोध

ग्यासपुरा फ्लैटों को खाली करवाते वक्त कब्जाधारियों ने एक्सईएन कर्मजीत सिंह पर हमला कर दिया था।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 May 2018 10:30 AM (IST)Updated: Wed, 23 May 2018 04:31 PM (IST)
सात दिन में हमलावरों को पकड़ो वरना झेलो विरोध

जागरण संवाददाता, लुधियाना : ग्यासपुरा फ्लैटों को खाली करवाते वक्त कब्जाधारियों ने एक्सईएन कर्मजीत सिंह पर हमला कर दिया था। बाद में पुलिस ने एक्सईएन की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर दिया। छह दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने एक भी हमलावर को गिरफ्तार नहीं किया है।

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गुस्साए निगम कर्मियों ने मंगलवार को नगर निगम जोन डी में धरना दिया और प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर सात में हमलावरों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो प्रशासन को निगम कर्मियों का विरोध झेलना पड़ेगा। निगम कर्मियों ने अपना 31 सूत्रीय मांगपत्र मेयर बलकार सिंह संधू को सौंपा। मेयर ने भी आश्वासन दिया है कि अगर पुलिस ने गिरफ्तारी नहीं की तो वह खुद मुलाजिमों के साथ पुलिस कमिश्नर के पास जाएंगे।

म्यूनिसिपल इंप्लाइज संघर्ष कमेटी ने निगम की कारगुजारी पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। मुलाजिमों का कहना है कि निगम का काम करते हुए कर्मचारियों पर हमला होता है जिसका खामियाजा उसे अकले भुगतना पड़ता है। अस्पताल, थाने और कोर्ट में कोई भी अफसर या मेयर उसका साथ नहीं देते हैं। कर्मचारियों ने कहा कि अगर निगम कर्मचारियों या अफसरों पर कार्रवाई के दौरान हमला होता है तो उसके इलाज का खर्च व कोर्ट कचहरी का खर्च निगम उठाए। यही नहीं जो एफआईआर दर्ज करवाई जाती है वह भी निगम की तरफ से दर्ज करवाई जाए और कर्मचारी को सिर्फ बतौर गवाह उसमें शामिल किया जाए। इसके अलावा कर्मचारियों ने मांग की है कि नगर निगम का अपना एक थाना हो ताकि निगम कर्मियों पर होने वाले हमलों की एफआईआर उसी थाने में दर्ज की जा सके। कमेटी के चेयरमैन अश्विनी सहोता ने कहा कि अगर प्रशासन ने सात दिन में उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वह रोजाना इसी तरफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। भूखे पेट काम नहीं होते मेयर साहब

मुलाजिमों को अप्रैल का वेतन नहीं मिला है। जिसकी वजह से भी कर्मचारियों में भारी रोष है। धरने के दौरान नेताओं ने वहां मौजूद मेयर को दो टूक कहा कि भूखे पेट कोई भी काम नहीं हो सकता। इसलिए मुलाजिमों को समय पर वेतन दिया जाए। रिटायरमेंट में 14 बाकी थे फिर भी कार्रवाई करने गए थे कर्मजीत

एक्सईएन कर्मजीत सिंह की रिटायरमेंट 31 मई को है। जिस दिन वह कार्रवाई करने गए थे उस दिन उनकी रिटायरमेंट में सिर्फ 14 दिन शेष थे। बावजूद वह ग्यासपुरा में फ्लैट खाली करवाने पहुंच गए। धरने के दौरान एक्सईएन कर्मजीत सिंह के प्रयासों की खूब सराहना हुई। पिछले मेयर ने बनाई मुलाजिमों से दूरी

संघर्ष कमेटी के चेयरमैन अश्विनी ने पूर्व मेयर को निकम्मा मेयर करार दिया और कहा कि उन्होंने तो मुलाजिमों से इतनी दूरी बनाई हुई है कि निगम के सभी कामकाज ठप हो गए हैं। सहोता ने कहा कि पूर्व मेयर ने कभी मुलाजिमों की बात नहीं सुनी और यहां तक कि मुलाजिमों को अपने दफ्तर में भी नहीं आने देते थे। :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::

मेयर बलकार सिंह संधू ने कहा कि वह खुद हैरान हैं कि पुलिस इतने दिन बीत जाने के बाद भी किसी हमलावर को गिरफ्तार नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि अगर अब भी पुलिस ने कोई ठोस करवाई नहीं की तो वह खुद पुलिस कमिश्नर को मिलने जाएंगे। उन्होंने कर्मचारियों को कहा कि नियम के दायरे में रहते हुए जो मदद मुलाजिमों की हो सकेगी वह जरूर करेंगे।

बलकार सिंह संधू, मेयर।


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