घर में बनाई जा रहीं दवाएं जब्त
जासं, लुधियाना जिले के ड्रग इंस्पेक्टरों ने सीआइए पुलिस को साथ लेकर सोमवार को मुंडियां कलां स्थित
जासं, लुधियाना
जिले के ड्रग इंस्पेक्टरों ने सीआइए पुलिस को साथ लेकर सोमवार को मुंडियां कलां स्थित हरी नगर के एक घर में बिना लाइसेंस के भारी तादाद में बनाई जा रहीं दवाओं को जब्त किया। लुधियाना टू की ड्रग इंस्पेक्टर रूपप्रीत कौर व लुधियाना चार की ड्रग इंस्पेक्टर रूपिंदर कौर ने रेड के दौरान 26 तरह की दवाओं को सीज किया, जबकि संदिग्ध एलोपैथी दवाओँ के ग्यारह सैंपल जांच के लिए भरे। इन सैंपलों को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा।
ड्रग इंस्पेक्टर रूपप्रीत कौर ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि मुंडियां कलां के हरी नगर स्थित एक घर में सिमरनजीत नाम का व्यक्ति लाइसेंस के बैगर एलोपैथी दवाएं बनाता है। इसी सूचना के आधार पर उन्होंने सीआइए स्टाफ राजकुमार, बलविंदर सिंह व महिला पुलिसकर्मी तारा रानी को साथ लेकर बुधवार को रेड की। जब टीम घर में दाखिल हुई, तो देखा कि कुछ पॉलिथिन में रेपर के बिना भारी संख्या में खुली टेबलेट और कुछ पॉलिथिन में दवाओं का पावडर भरा पड़ा था। इसके साथ मौके पर बड़ी संख्या में स्टीरॉयड के पाउच व इंजेक्शन के साथ-साथ प्लास्टिक की छोटी शीशियों में दवा वाला पाउडर भरकर रखा हुआ था। ड्रग इंस्पेक्टर रूपप्रीत के अनुसार इन खुली टेबलेट, दवा के पाउडर और स्टीरायॅड के पाउच को अलग-अलग तरह की शीशियों में भरकर मार्केट में सप्लाई किया जाता था। उन्होंने बताया कि रेड के दौरान जितनी भी दवाएं घर के अंदर मौजूद थीं, उनमें से ज्यादातर दवाओं की शीशियों पर न तो कंपनी का लेबल था और न ही दवा के बैच नंबर लिखा था। ड्रग इंस्पेक्टर रूपप्रीत कौर के अनुसार घर के अंदर एलोपैथी दवाएं बरामद होने के बाद जब व्यक्ति से लाइसेंस व डॉक्टरी डिग्री दिखाने के लिए कहा गया तो वह दोनों में से किसी भी दस्तावेज को प्रस्तुत नहीं कर पाया।
गौर हो कि ड्रग विभाग की टीम ने सूचना के आधार पर पहले 25 जून को रेड की थी। रेड के दौरान जो व्यक्ति घटिया दवाईयां बनाता है,वह नहीं था। केवल उसकी बहन थी। जिसके बाद घर में मौजूद दवाओं को सीज कर दिया गया था।