पुराने ड्राइवर ने की थी सास व बहू की हत्या
जासं, लुधियाना बाड़ेवाल स्थित शेर-ए-पंजाब कॉलोनी में सास-बहू की हत्या के मामले को लुधियाना पुलिस ने
जासं, लुधियाना
बाड़ेवाल स्थित शेर-ए-पंजाब कॉलोनी में सास-बहू की हत्या के मामले को लुधियाना पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है। पुलिस के मुताबिक घर के पुराने ड्राइवर ने ही नशे में धुत होकर घर में घुस कर डॉ. राकेश अग्रवाल की मां व पत्नी की की थी। हत्या करने के बाद आरोपी ने घर में से पर्स लूट लूटा और नकाब पहन मौके से फरार हो गया। पुलिस को आरोपी की पहचान लुधियाना के गांव पलेवाल निवासी सुखपाल सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ करनी शुरू कर दी।
पुलिस कमिश्नर परमराज सिंह उमरानंगल और डीसीपी डॉ. नरेंद्र भार्गव ने बताया कि सुखपाल सिंह करीब आठ महीने पहले डॉ. राकेश अग्रवाल के पास ड्राइवर का काम करता था। राकेश ने दुबई जाने के लिए नौकरी छोड़ दी, लेकिन किसी एजेंट ने उसका दुबई का जाली वीजा लगा दिया। सुखपाल एक लड़की से प्यार करता था, लेकिन वीजा जाली निकलने पर लड़की ने उससे शादी करने से मना कर दिया। इसके बाद सुखपाल वारदात करने के चार दिन पहले पैसे लेने के लिए डॉ. राकेश अग्रवाल की पत्नी डॉ. सरिता के पास आया। सुखपाल ने सरिता से कहा कि उसका दुबई का जाली वीजा लगने के कारण लड़की से रिश्ता टूट गया है, वह उसके लिए एक लड़की ढूंढे और उसे दस हजार रूपये की भी जरूरत है। सरिता ने सुखपाल से कहा कि वह डाक्टर राकेश अग्रवाल से पूछ कर ही पैसे देगी। जिसके बाद सुखपाल चाय पीने के बाद घर से चला गया। 29 जनवरी को दोबारा सुखपाल घर में आया और पैसे मांगने लगा, लेकिन सरिता ने पैसे देने से मना कर दिया और डॉ. राकेश अग्रवाल को फोन मिलाने की कोशिश की। इसके बाद सुखपाल गुस्से में आ गया और उसने गमला उठा सरिता के सिर परं मार दिया। उसके बाद रसोई में से चाकू उठा उसने सरिता पर वार करने शुरू कर दिए और गला काट दिया। इस दौरान कमरे में से सरिता की सास पुष्पावती भी बाहर आ गई। सुखपाल ने उन पर भी हमला कर दिया और गला काट हत्या कर दी। हत्या करने के बाद सुखपाल सरिता का पर्स लेकर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी सुखपाल को गिरफ्तार कर लिया है और पुलिस उससे पूछताछ करने में जुटी हुई है।
हत्या के बाद जूते दबाए थे जमीन में
डीसीपी नरेंद्र भार्गव आरोपी सुखपाल ने हत्या करने के बाद नकाब पहन मौके से भाग निकला। उसके बाद खून से लथपथ जूतों को हत्यारे ने जमीन में दबाया और रास्ते में एक जूतों की लगी रेहड़ी से चप्पल खरीद ली। उसके बाद रिक्शे पर बैठ फिरोजपुर रोड पर आ गया और बस पकड़ वापस घर पहुंच गया। घर पहुंचने के बाद सुखपाल ने अपने खून से लथपथ कपड़े धो दिए, ताकि किसी को भी उस पर शक न हो सके। सुखपाल का पिता पंजाब रोडवेज में काम करता है।
पूजा को लेकर भी पुलिस कर रही जांच
पुलिस कमिश्नर परमराज सिंह उमरानंगल ने कहा कि घटनास्थल का जायजा लेने पर ही उन्हें पता चल गया था कि किसी करीबी व्यक्ति ने ही वारदात को अंजाम दिया है। इसके चलते करीबी लोगों से पूछताछ की जा रही थी, जिसमें पुलिस ने पूजा से भी पूछताछ की। उन्होंने कहा कि कॉल डिटेल और अन्य थ्योरियों पर काम करने के बाद जांच में पूजा का सुखपाल के साथ कोई भी संबंध नहीं निकला है, लेकिन अभी भी पुलिस पूजा को लेकर भी जांच कर रही है।