कब मिलेगा इंसाफ
राजन कैंथ, लुधियाना : उस पिता के दर्द का अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता, जिसके इकलौते जवान बेटे की गोल
राजन कैंथ, लुधियाना : उस पिता के दर्द का अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता, जिसके इकलौते जवान बेटे की गोली मार कर हत्या कर दी गई। घटना को 45 महीने बीत चुके हैं। हत्यारे अब भी 70 वर्षीय बूढ़े बाप के सामने छाती तान कर घूम रहे हैं। ऐसा नहीं है कि सबूत का अभाव है। नार्को व पॉलीग्राफी टेस्ट में आरोपी अपना जुर्म कबूल भी कर चुके हैं। मगर पुलिस ने अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया। इसे हत्यारों का रसूख कहें या सिस्टम की कमी, यह अभी एक अबूझ पहेली है।
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर थाना सलेम टाबरी पुलिस ने तीन आरोपियों के गांधी नगर (गुजरात) फोरेंसिक लैब में नार्को व पॉलीग्राफ टेस्ट कराए। इस दौरान आरोपी ने न केवल अपराध कबूल किया, बल्कि हत्या के कारण का भी खुलासा किया। साथ ही यह भी बताया कि उसने हत्या स्थल का चुनाव कैसे और क्यों किया। मगर उस रिपोर्ट के बाद भी आरोपियों पर पुलिस की दया दृष्टि समझ से परे है।
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यह है मामला
28 सितंबर 2011 की सुबह 7 बजे जवंद विहार कॉलोनी निवासी भूपिंदर सिंह उर्फ लवली (35) की सलेम टाबरी स्थित पीरू बंदा मोहल्ला में उस समय गोली मार कर हत्या कर दी गई थी, जब वह मोटरसाइकिल पर सवार होकर घर से सब्जी मंडी जा रहा था। हत्यारे ने उसकी छाती पर फायर किया था। लवली सब्जी मंडी में पार्किंग ठेकेदारी में भागीदार था। थाना सलेम टाबरी पुलिस ने उसके पिता जरनैल सिंह की शिकायत पर तब अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। अपने बयान में जरनैल सिंह ने बताया कि वह फौज का रिटायर्ड सिपाही है। उन दिनों वह एक होजरी में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहा था। उसकी दो बेटियां हैं। दोनों की शादी हो चुकी है। इकलौते बेटे लवली की शादी हुई थी। जिससे एक बेटा भी है। मगर दोनों में विवाद होने के चलते 2006 में उसकी पत्नी बेटे समेत उसे छोड़ कर चली गई।
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कोट्स
मामला काफी पुराना है, उसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है। मै कल ही इस फाइल को मंगवा कर चेक करता हूं। किसी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा, भले वो कोई भी हो।
नवीन सिंगला, डीसीपी लुधियाना