संघर्ष कमेटी 31 को रेल आवाजाही करेगी ठप्प
संवाद सहयोगी, जगराओं सजा पूरी करने के बाद भी जेलों में नजरबंद सिंहों की रिहाई के लिए बापू सूरत सिं
संवाद सहयोगी, जगराओं
सजा पूरी करने के बाद भी जेलों में नजरबंद सिंहों की रिहाई के लिए बापू सूरत सिंह खालसा द्वारा शुरू किए गए संघर्ष को और तेज करते हुए संघर्ष कमेटी ने 31 मई को दोपहर 12 से 2 बजे तक दिल्ली-अमृतसर रेलवे ट्रेक पर आवाजाही ठप करने का ऐलान किया। संघर्ष कमेटी के कनवीनर गुरदीप सिंह बठिंडा, जसबीर सिंह खंडूर, भाई अमरीक सिंह अजनाला, जत्थेदार तरलोक सिंह ने प्रेसवार्ता में बताया कि बापू सूरत सिंह खालसा की भूख हड़ताल 126वें दिन में प्रवेश कर चुकी है। बापू की सेहत दिन-ब-दिन चिंताजनक होती जा रही है, लेकिन पंजाब व केंद्र सरकार आंखे मूंदकर बैठी है। इन नेताओं ने कहा कि सरकार संघर्ष को दबा नहीं सकेगी। पंथक नेताओं ने 20 मई को मोहाली में गुरुद्वारा अब साहिब के दरवाजे संघर्ष कर रहे सिंहों के लिए बंद करने की सख्त निंदा की। उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिब से शिरोमणि कमेटी प्रधान को तलब करने की मांग की।
भाई गुरदीप सिंह बठिंडा ने कहा कि बंदी सिंहों की रिहाई के मोर्चे को और तेज करने व सिख कौम को जागरूक करने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब से पहले वंगार मार्च 25 मई को, श्री केशगढ़ साहिब आनंदपुर साहिब से दूसरा मार्च 27 मई को और तीसरा मार्च श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो से 29 मई को निकाला जाएगा। सभी मार्च सुबह 10 बजे से आरंभ होकर देर शाम बापू सूरत सिंह खालसा के घर गांव हसनपुर में जाकर समाप्त होंगे। पंथक नेताओं ने संघर्ष को विश्व भर में मानव अधिकार संगठनों तक भी ले जाने का ऐलान किया।