महानगर में बढ़ा कुत्तों का आतंक, संडे को 30 बने शिकार
आशा मेहता,लुधियाना महानगर में गर्मी बढ़ते ही कुत्तों का आतंक बढ़ गया। रविवार को छुट्टी वाले दिन शह
आशा मेहता,लुधियाना
महानगर में गर्मी बढ़ते ही कुत्तों का आतंक बढ़ गया। रविवार को छुट्टी वाले दिन शहर के विभिन्न इलाकों में कुत्तों ने तीस से अधिक लोगों को नोचा, जिनमें बच्चों की संख्या काफी अधिक रही। बच्चे कुत्तों का उस वक्त शिकार बने,जब वह गली-मोहल्लों में खेल रहे थे। कुछ बुजुर्गो पर भी कुत्ते झपटे और उन्हें बाजू व पांव पर नोचा। सिविल अस्पताल में सोमवार को जब ओपीडी डिस्पेंसरी खुली तो कुत्तों द्वारा काटे गए मरीजों की बाढ़ आ गई। करीब सौ से अधिक लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे, जिनमें से केवल 50 को ही एंटी रेबीज इंजेक्शन लगा। बाकी के लोगों को वैक्सीन न होने के कारण लौटना पड़ा।
इन मासूमों को कुत्तों ने नोचा-
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चीमा चौक गली नंबर चार में रहने वाला पांच वर्ष का आयुष रविवार को गली में खेल रहा था। तभी वहां से गुजर रहा एक आवारा कुत्ता आयुष पर टूट पर पड़ा। आयुष के बाजू पर कुत्ते ने नोचा।
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न्यू स्टार सिटी टिब्बा रोड गैस गोदाम के समीप रहने वाला पांच साल का ज्योतिष भी रविवार सुबह जैसे ही घर के बाहर खेल रहा था, उसी दौरान तीन कुत्तों ने पीठ और सिर पर नोच डाला। ज्योतिष की मां उषा देवी ने बताया कि उनका मोहल्ला डंप के नजदीक है।,जहां दो दर्जन से अधिक आवारा कुत्ते हर वक्त घूमते रहते हैं।
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शांति नगर, ग्यासपुरा निवासी सात वर्षीय मनीष कुमार घर के बाहर स्थित खाली प्लॉट में खेल रहा था। तभी आवारा कुत्ते ने उसके पांव को नोचा।
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जनकपुरी के समीप स्थित विजय नगर निवासी बारह वर्षीय शंभू के पीछे रविवार दोपहर को दो आवारा कुत्ते उस वक्त पड़ गए, जब वह करियाना स्टोर से राशन का सामान लेने के लिए जा रहा था। कुत्तों ने उसे पांव से दबोचा। शंभू की मां पूनम देवी ने बताया कि उनकी गली व जनकपुरी में पिछले एक सप्ताह में दस लोगों को आवारा कुत्ते काट चुके हैं।
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ताजपुर रोड बाबा जीवन सिंह नगर निवासी ग्यारह वर्षीय शिवम को रविवार सुबह ट्यूशन जाते वक्त गली में घूमने वाले दो आवारा कुत्तों ने उसके हाथ पर काट लिया। शिवम के पिता बलविंदर सिंह ने बताया कि इलाके में आवारा कुत्तों की भरमार है और लोग घर से निकलने से भी डरते हैं।
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इस्लामगंज में रहने वाले दस वर्षीय नीरज पर भी खेलते वक्त कुत्तों ने हमला बोल दिया। नीरज के पीठ और बाजू पर कुत्तों ने नोचा।
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नौ वर्षीय रणजीत पाल को भी रविवार शाम को कुत्तों ने नोचा। रणजीत ने बतायाकि उसके अलावा भी मोहल्ले में कई बच्चों को आवारा कुत्ते काट चुके हैं।
ये भी बने शिकार
-प्रताप सिंह, अर्जुन देव नगर।
-रमेशकुमार, ग्यासपुरा।
-दरूप गुप्ता,मक्कड़ कालोनी, सूआरोड।
-विनोद पांडे, ग्यासपुरा।
-दिव्या,जनकपुरी।
-जीवन कुमार, प्रेम नगर।
-अनिल,ओसवाल वूलन मिल।
-इंद्र सिंह,शिमलापुरी।
-विष्णु, विजय नगर।
-पवन, इस्लामगंज।
-हरभजन सिंह, शिमलापुरी।
-साजन, मोती नगर।
-अंकित,किरपाल नगर टिब्बारोड।
-मनीशा, जमालपुर।
-ब्रिजनंद, सुभाष नगर।
-विशाल, ढंडारी।
गर्मी ज्यादा होने पर कुत्तों के शरी में हार्मोन ज्यादा हो जाते हैं
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पशुपालन विभाग के डॉ. हरबंस सिंह ढल्ला के अनुसार दिन बड़े होते हैं और गर्मी ज्यादा होती है। गर्मी ज्यादा होने के कारण कुत्तों के शरीर में हार्मोन ज्यादा हो जाते है। उत्तेजना और मानसिक दबाव बढ़ जाता है। कुत्तों की भूख कम हो जाती है। ऐसे में जब भी कोई कुत्तों को छेड़ता है तो वह काटने को पड़ते हैं।
खेलते वक्त बच्चों के चिल्लाने व दौड़ने पर बचाव के लिए करते हैं आक्रमण
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डॉ.संदीप जैन ने कहा कि बच्चों के खेलते वक्त कुत्तों द्वारा काटे जाने के मामले काफी अधिक आ रहे हैं। इसकी वजह यह है कि जब बच्चे खेलने के दौरान चिल्लाते और दौड़ते हैं तो कुत्तों को यह लगता है कि बच्चे उन पर आक्रमण करना चाहते हैं। इसलिए वह बचाव में बच्चों को काटने दौड़ पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि कुत्ता अगर सामने पड़ जाए तो उसे अनदेखा करके निकलने की कोशिश करें। उसे देखकर न तो चिल्लाएं और न ही मारने की कोशिश करें। अगर साइकिल व मोटरसाइकिल पर जाते वक्त कुत्ता भौंके या पीछे पड़ जाए तो भागने के बजाय साहस दिखाकर रुकें। आपके रुकते ही कुत्ता शांत हो जाएगा।
डिस्पेंसरी में आज उपलब्ध होंगे 700 एंटी रेबीज इंजेक्शन
सोमवार दोपहर साढ़े बारह बजे एंटी रेबीज वैक्सीनेशन के इंजेक्शन खत्म होने के कारण करीब पचास से अधिक लोगों को वापस लौटना पड़ा। इनमें से कुत्तों के काटने के कुछ नए केस थे तो कुछ पुराने। चीफ फार्मासिस्ट बलबीर सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह तक 700 एंटी रैबीज इंजेक्शन डिस्पेंसरी में उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि डिस्पेंसरी मे प्रतिदिन 70 से अधिक कुत्तों के काटने के मामले आ रहे हैं, जिसमें बच्चे व बुजुर्गो की संख्या अधिक है।