फोन पर पासवर्ड मांगकर कर लिया अकाउंट हैक
गगनदीप रत्न, लुधियाना फोन पर भोले-भाले लोगों से बैंक अकाउंट नंबर, एटीएम नंबर तथा पासवर्ड मांग कर
गगनदीप रत्न, लुधियाना
फोन पर भोले-भाले लोगों से बैंक अकाउंट नंबर, एटीएम नंबर तथा पासवर्ड मांग कर अकाउंट हैक करने वाला गिरोह शहर में सक्रिय है। गिरोह के सदस्य अब तक दर्जनों लोगों के साथ ठगी मार कर ऑनलाइन शापिंग कर चुके हैं। शिकायतें मिलने के बाद भी पुलिस साइबर क्राइम करने वाले आरोपियों के गिरेबान तक पहुंचने में नाकाम साबित हुई है।
ऐसी ही एक घटना शुक्रवार को हैबोवाल स्थित हरि सिंह नगर निवासी हरमिंदर कुमार के साथ हुई। दोपहर करीब 3 बजे उनके मोबाइल पर 77398-90559 नंबर से एक फोन आया। उधर से बात करने वाले ने कहा कि वह बैंक ऑफ इंडिया की एटीएम ब्रांच से बोल रहा है। आपका एटीएम ब्लॉक हो गया है। आपको नया एटीएम दिया जाएगा, मगर उससे पहले आपके पहले एटीएम को कैंसिल करना पड़ेगा। आप जल्दी से अपना एटीएम नंबर और पासवर्ड बताओ। खुद को परेशानी न हो इसलिए हरमिंदर ने अपना नंबर और पासवर्ड फोन करने वाले व्यक्ति को बता दिया। फोन रखने के दो मिनट बाद ही हरमिंदर के मोबाइल पर पहले 100 रुपये डेबिट होने का मैसेज आया। उन्होंने सोचा कि शायद नया एटीएम मिलने की फीस बैंक ने काटी है, लेकिन कुछ ही देर उनके फोन पर 9 हजार रुपए डेबिट होने का मैसेज आया। अपने साथ हुए धोखे के बाद घबराए हुए हरमिंदर बैंक पहुंचे। वहां पहुंच कर उन्हें पता चला कि उनके अकाउंट में अब केवल 58 रूपए 91 पैसे ही बचे हैं। इसके बाद थाना डिवीजन नंबर 4 पुलिस को लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की।
पहले भी हो चुकीं वारदातें
-गांव लाडोवाल निवासी प्रेम कुमार से इसी तरह से नंबर पूछकर 97 हजार रुपये निकाल लिए।
-बिंद्रा कॉलोनी निवासी बृज शर्मा के मोबाइल पर फरवरी 2013 में गिरोह ने फोन कर अकाउंट से18 हजार रुपये निकाल लिए थे।
- न्यू शिवपुरी निवासी सन्नी के अकाउंट से 24 हजार रुपये निकाल लिए।
- जमालपुर निवासी हरविंदर सिंह के अकाउंट से जून 2013 में से 14 हजार रुपये निकाल लिए।
लोग रहें सावधान : वरिष्ठ प्रबंधक
पीएनबी के वरिष्ठ प्रबंधक अशोक अरोड़ा कहते हैं कि कोई बैंक किसी भी खाताधारक को फोन करके उसका नंबर या फिर पासवर्ड नहीं मांग सकता। यह सिर्फ हैकर गैंग ही कर रहे हैं। लोगों को ऐसे फोन कॉल इग्नोर करने चाहिए। ऐसी कॉल आने पर पुलिस को शिकायत देनी चाहिए।
------
ऐसे होती है शॅपिंग
बैंक की तरफ से जारी किए गए एटीएम कार्ड के आगे सीरियल नंबर तथा पीछे की तरफ तीन अंकों का सीवीवी (कार्ड वेरिफिकेशन वैल्यू) नंबर अंकित होता है। यह एक तरह का कस्टम सिक्योरिटी कोड होता है। यह दोनों नंबर अगर किसी को मिल जाएं तो उससे ऑनलाइन शापिंग की जा सकती है। इंटरनेट से की जाने वॉली शापिंग में केवल ये दोनों नंबर देने से खरीदारी हो जाती है।