अपडेट-- पंजाब-- नशा बेचती डॉक्टर काबू, निलंबित
जेएनएन, लुधियाना/मुल्लांपुर दाखा सरकारी अस्पताल, लुधियाना के नशा छुड़ाओ केंद्र की महिला डॉक्टर को न
जेएनएन, लुधियाना/मुल्लांपुर दाखा
सरकारी अस्पताल, लुधियाना के नशा छुड़ाओ केंद्र की महिला डॉक्टर को नशीली दवाएं बेचते थाना दाखा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने ऋषि नगर स्थित उसके घर में छापामारी करके नशीली दवाएं भी बरामद कीं। पुलिस को आरोपी महिला डॉक्टर की पहचान एमडी डॉ. सुधा वासुदेव के रूप में हुई है। पुलिस ने डॉक्टर की सहायक बेअंत कौर निवासी दाखा को भी नशीली दवाएं बेचते रंगे हाथ काबू किया है। मौके से विभिन्न प्रकार के 138 पते (3366) नशीली गोलियां व फर्जी एंट्री वाले रजिस्टर भी बरामद किए है। आरोपी महिला डॉ. सुधा वासुदेव के पति की कुछ वर्ष पहले मौत हो चुकी है। जिस डॉ. अमरदीप सिंह कोहली की दुकान में डॉ. सुधा नशा छुड़ाओ केंद्र चला रही थी, उस डॉक्टर की भी कुछ समय पहले सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पूछताछ करनी शुरू कर दी है।
एसएसपी रवचरण सिंह बराड़ ने बताया कि गांव चक्क कलां निवासी रूपिंदर सिंह ने पुलिस को सूचना दी कि मुल्लांपुर की सग्गू मार्केट में एक महिला डॉक्टर नशा छुड़ाने की आड़ में युवकों को नशे की गोलियां बेचने का धंधा कर रही है। पुलिस ने छापामारी करके डॉ. सुधा को रंगे हाथ नशे की दवाओं सहित काबू कर लिया। एसएसपी बराड़ ने बताया कि डॉ. सुधा ने इस कार्य को चलाने के लिए 12वीं कक्षा पास सहायक बेअंत कौर को 2700 रुपये वेतन पर रखा हुआ था जो उक्त डॉक्टर के आने से पहले युवकों को इंजेक्शन लगाने का काम करती थी। कई बार तो वह डॉक्टर के न आने पर युवकों को दवाएं भी खुद देती थी। डॉ. सुधा के पर्स से करीब 33 हजार रुपये नगद बरामद हुए।
उधर, सिविल अस्पताल से चार दिनों की छुट्टी लेकर दाखा में प्राइवेट क्लीनिक में नशा छुड़ाने की आड़ में दवाएं बेचने के आरोप में डॉ. सुधा वासुदेव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस संबंधी सेहतमंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी ने कहा कि डॉ. सुधा मामले की जांच गंभीरता से करवाई जाएगी।
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पुलिस को की रिश्वत की पेशकश : एसएसपी
एसएसपी रवचरण सिंह बराड़ ने बताया कि जब पुलिस ने डॉ. सुधा को काबू कर लिया तो उसने पुलिस को रिश्वत की पेशकश भी की। दाखा पुलिस ने डॉ. सुधा के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू दी है।