खिलाड़ियों से खिलवाड़
जागरण संवाददाता,लुधियाना महानगर में वीरवार से शुरू हुई पंजाब राज्य महिला खेलों में शामिल महिला खिल
जागरण संवाददाता,लुधियाना
महानगर में वीरवार से शुरू हुई पंजाब राज्य महिला खेलों में शामिल महिला खिलाड़ियों की सेहत से खिलवाड़ हो रहा है। खिलाड़ियों को परोसा जा रहा खाना व पीने के लिए दिया जा रहा पानी उनकी सेहत बिगाड़ सकता है। दैनिक जागरण की टीम ने शुक्रवार को जब गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वूमन का दौरा किया तो वहां कई अव्यवस्थाएं ही अव्यवस्थाएं नजर आई। उधर, स्वास्थ्य विभाग द्वारा पानी व खाद्य पदार्थो के सैंपल रोजाना लिए जा रहे हैं, लेकिन जब तक सैंपलों की रिपोर्ट आएगी, तब तक खेलें खत्म हो चुकी होंगी।
-खाना बनाते वक्त नहीं रखी जा रही साफ-सफाई
दैनिक जागरण की टीम ने शुक्रवार दोपहर के करीब दो बजे गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वूमन का दौरा किया। जब टीम यहां पहुंची, तो लंच टाइम था। तंदूर पर रोटियां सेकी जा रही थी, लेकिन इन रोटियों को रखने का बंदोबस्त बहुत ही गंदा था। रोटियों को खुले में रखे गए टेबल के उपर धूल मिट्टी के बीच बिना ढके रखा जा रहा था। जहां से महिला खिलाड़ी खुद-ब-खुद रोटियां उठा रही थी। जब इन खिलाड़ियों से पूछा गया कि क्या वह खाने के बंदोबस्त से संतुष्ट हैं, तो उनका जवाब था कि होटलों की तरह यहां पूरी तरह साफ सुथरा खाना मिलने से तो रहा। ऐसे में जो भी मिल रहा है, उसी से गुजारा करना होगा।
उधर, विभाग द्वारा यहां खेल अधिकारियों व कोचों के पीने के लिए तो पैक्ड वाटर ग्लास का इंतजाम किया गया था, जबकि खिलाड़ियों को नगर निगम के टेंकर का पानी दिया जा रहा था। जबकि स्वास्थ्य विभाग को ये सूचना दी गई है कि सभी खिलाड़ियों को बोतल बंद व संगरूर की किसी कंपनी द्वारा वॉटर कूलरों में पूरी तरह शुद्ध पानी पीने को दिया जा रहा है। खेल विभाग के दावे की जांच करने के लिए जब स्वास्थ्य विभाग के दो कर्मचारी पहुंचे, तो वहां कुछ कर्मचारी निगम के टेंकर के पानी को वॉटर कूलरों में भर रहे थे। जिसे देखते ही स्वास्थ्य कर्मचारियों ने वॉटर कूलर में भरे पानी को गिरवा दिया।
-स्वास्थ्य विभाग ने भरे पानी के सैंपल
गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वूमन में खिलाड़ियों को पीने के लिए दिए जा रहे पानी की जांच के लिए डिस्ट्रिक एपिडियोमोलॉजिस्ट डिपार्टमेंट के कर्मचारियों द्वारा पानी के आठ सैंपल भरे गए। चार सैंपल वीरवार को भरे गए थे, जबकि चार सैंपल शुक्रवार दोपहर बाद भरे गए। इन सभी सैंपलों को जांच के लिए पीएयू के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग में भेजा गया है, लेकिन जब तक विभाग द्वारा भेजे गए सैंपलों की रिपोर्ट आएगी, तब तक खेलें समाप्त हो जाएंगी। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. अनिल वर्मा के मुताबिक पानी के सैंपलों की रिपोर्ट चार दिन बाद आएगी।