अध्यापिका ने छात्र के साथ बनाए 100 अश्लील वीडियो
गगनदीप रत्न, लुधियाना कोचिंग की आड़ में किशोर छात्र के साथ शारीरिक संबंध बनाने वाली अध्यापिका के म
गगनदीप रत्न, लुधियाना
कोचिंग की आड़ में किशोर छात्र के साथ शारीरिक संबंध बनाने वाली अध्यापिका के मामले की जांच
में नए खुलासे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने पीड़ित के साथ 100 के करीब वीडियो बनाए थे। हालांकि पुलिस को अब तक की जांच के दौरान 17 वीडियो मिले हैं, मगर बाकी के 83 वीडियो तलाश जारी है। बरामद 16 अश्लील वीडियो पीड़ित के साथ उसकी अध्यापिका ने बनाए हैं और 1 अश्लील वीडियो में अध्यापिका अपने भाइयों के साथ है।
पुलिस कमिश्नर प्रमोद बान ने सोमवार को कड़ा रुख अपनाते हुए डीसीपी निलांबरी विजय जगदले के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन कर मामले की जांच के निर्देश दिए। साथ ही तीनों आरोपियों के खिलाफ एलओसी जारी कर सभी इंटरनेशनल एयरपोर्ट अथॉरिटी को अलर्ट कर दिया।
सोमवार को पीड़ित नाबालिग बच्चे के पिता, चाइल्ड राइट्स कमीशन के चेयरमैन सुकेश कालिया व बचपन बचाओ आंदोलन के दिनेश कुमार आरोपियों को जल्द पकड़ने की मांग लेकर पुलिस कमिश्नर प्रमोद बान के पास पहुंचे। यहां बान ने इस मामले में एसआइटी का गठन किया। एसआइटी में डीसीपी, एडीसीपी क्राइम और सीआइए पुलिस को शामिल किया गया। इसके अलावा उन्होंने डीसीपी को निर्देश दिए हैं कि वह आरोपियों को जल्द काबू करें और उनसे मोबाइल, मेमोरी कार्ड, चिप व अन्य सामान जल्द से जल्द रिकवर करें।
एफआइआर में होगा संशोधन
पीड़ित बच्चे के पिता ने पुलिस कमिश्नर से कहा कि इस मामले में कुछ राजनीतिक लोग भी आरोपियों के साथ हैं। इसके अलावा अध्यापिका व उसके भाइयों ने बच्चे को जान से मारने की धमकी भी दी थी। इस पर कमिश्नर बान ने कहा कि एफआइआर में जान से मारने की धमकी देने की धारा को जोड़ने के निर्देश दे दिए गए हैं और बच्चे की सुरक्षा के लिए हल किया जाएगा।
यह है एलओसी
स्थानीय पुलिस की मांग पर विदेश मंत्रालय लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी करता है। ये उस आरोपी के लिए जारी किया जाता है, जिस मामले में अपराधी के देश छोड़ने की संभावना हो। अपराध कर विदेश भाग चुके भगोड़ों की पकड़ने के लिए भी एलओसी जारी किया जाता है।
ऑनलाइन पोर्न वेबसाइट की होगी जांच
पीड़ित बच्चे के परिजनों द्वारा अश्लील वीडियो वेबसाइट पर अपलोड होने की चिंता जताने पर पुलिस कमिश्नर ने कहा कि लुधियाना से किसी भी पोर्न वेबसाइट पर वीडियो अपलोड होती है तो इसके लिए पुलिस ऐसी वेबसाइट्स की जांच करेगी।
एक साल से कर रही थी शारीरिक शोषण
पीड़ित का परिवार आरोपियों के यहां किराये पर रहता था। इसके चलते वह पीड़ित बच्चे को रोज अपने कमरे में बुलाकर उसका शारीरिक शोषण करती थी। शोषण करने से पहले उसे जूस या किसी और चीज में नशीली दवाई डालकर देती थी। इसके बाद उसे सेक्सवर्धक दवाइयां देती थी। इसकी वजह से बच्चे की पेट में दर्द रहने लगा। वहीं 23 सिंतबर को अध्यापिका ने बच्चे को पोर्न वीडियो दिखाए, जिसमें एक वीडियो उसने पीड़ित का भी दिखाया। इसे देखकर वह हैरान हो गया और उसने लैपटॉप से पैन ड्राइव निकाल अपनी मां को दी। 25 सिंतबर को इस संबंध में पुलिस कमिश्नर को इसकी शिकायत दी गई, लेकिन उस शिकायत पर कोई कार्रवाई न होने पर चाइल्ड कमीशन ने मामले को संभाला और आरोपियों पर मामला दर्ज करवाया।