बिजली कर्मियों की हड़ताल का मिलाजुला असर
जासं, खन्ना
स्टेट कमेटी के आह्वान पर वीरवार को क्षेत्र के बिजलीकर्मी हड़ताल पर रहे। हड़ताल का मिलाजुला असर रहा। ठेके पर भर्ती व रिटायरमेंट पर नजदीक कर्मचारी मजबूर दिखे और वे ड्यूटी पर तैनात रहे। खन्ना की समराला रोड व किताब बाजार इलाके में स्थित शिकायत केंद्र भी खुले रहे। टेक्निकल सर्विसेज यूनियन नेता जगदेव सिंह के अनुसार समाधि रोड स्थित सिटी-1 कार्यालय, एसएसपी दफ्तर के पास स्थित सिटी-2 कार्यालय, मालेरकोटला रोड स्थित सब-अर्बन डिवीजन, भड़ी व चावा डिवीजनों में तकरीबन 75 फीसद स्टाफ हड़ताल पर रहा। हड़ताली कर्मचारियों ने कोई काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि बिजलीकर्मियों की हड़ताल सफल रही। अगर सरकार व पावरकॉम मैनेजमेंट ने बिजली कर्मियों की सेवा शर्ते बहाल करने, रेश्नेलाइजेशन की नीति रद करने, डिवीजन दफ्तरों को तोड़कर उनका कामर्शियलाइजेशन न करने, दो पक्षीय बातचीत से पे स्केल का संशोधन करने, रहती विक्टेमाइजेशन का हल करने, झूठे पुलिस केस वापस लेने, बिजली कर्मियों पर लगातार काम का बोझ न डालने, खाली पद पक्की भर्ती से भरने, धक्के से बिजली कर्मियों की जिम्मेवारियां फिक्स न करने, ट्रेड यूनियन अधिकार बहाल करने मांगें पूरी न की तो वे संघर्ष को और तेज करेंगे।
उधर, पावरकॉम के एक्सईएन धनवंत सिंह ने कहा कि हड़ताल से निपटने के पुख्ता इंतजाम थे। अन्य स्टाफ की स्पेशल ड्यूटियां लगाई गई थीं। ठेके पर भर्ती व रिटायरमेंट के नजदीक मुलाजिम हड़ताल में शामिल नहीं हुए। वे शिकायत केंद्रों व कैश काउंटरों पर तैनात किए गए थे।