पहले की शार्टेज नहीं पूरी, बोर्ड ने और मांगी किताबों की डिमांड
राधिका कपूर, लुधियाना
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) ने एक बार फिर स्कूलों से विद्यार्थियों की संख्या व मीडियम का ब्यौरा और 60 प्रतिशत किताबों की डिमांड मांगी है। यह ब्यौरा अगस्त के पहले सप्ताह तक मांगा गया है। गौर हो कि पिछले साल भी बोर्ड ने स्कूलों से ऑनलाइन ही विद्यार्थियों की संख्या मांगी थी, ताकि किताबों की किल्लत न हो सके। अब दोबारा से स्कूलों को सात अगस्त तक पीएसईबी के डिपो कार्यालय में यह डिटेल जमा करवाने को कहा है ताकि किताबों की छपाई समय पर हो सके। साथ ही समय पर डिमांड न भेजने वाले स्कूल पर एफिलिएशन अधिनियम के तहत कार्रवाई करने की बात की है।
स्कूल मैनेजमेंट भी परेशान
उल्लेखनीय है कि पंजाब बोर्ड ने इस सत्र से 79 किताबों के सिलेबस भी एक साथ बदल दिए हैं। दूसरा वह किताबें भी उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। स्कूल मैनेजमेंट जैसे-तैसे किताबों का प्रबंध कर बच्चों को पढ़ा रही है। क्योंकि सितंबर माह से परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। स्कूलों का कहना है कि पंजाब बोर्ड का कोई भी सिस्टम समझ नहीं आ रहा है। कभी बोर्ड किताबों की शॉर्टेज को देखते हुए ई-बुक्स शुरू करने की बात कह देता है तो कभी किताबों की किल्लत को ही देखते हुए छपाई समयानुसार कराने के लिए स्कूलों से किताबों की डिमांड मांगना शुरू कर देता है। किताबों की यह शार्टेज पहली से बारहवीं सभी कक्षाओं की हैं।
इन किताबों की शॉर्टेज
- कक्षा छठी व सातवीं - इंग्लिश, मैथ्स
- कक्षा नौवीं - साइंस, हिंदी
- कक्षा दसवीं - मैथ्स व पंजाबी
- कक्षा ग्यारहवीं - इंग्लिश
शॉर्टेज पूरी नहीं
नूरवाला रोड स्थित आदर्श मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के राजीव थापर का कहना है कि अब सितंबर में परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। विद्यार्थी कैसे अपने आप को परीक्षाओं के लिए तैयार कर पाएंगे क्योंकि किताबों की शार्टेज बरकरार है। अब पीएसईबी ने दोबारा स्कूलों से विद्यार्थियों का ब्यौरा मांग लिया है ताकि किताबों की छपाई समय पर हो सके। उन्होंने बताया कि पहले से चली आ रही किताबों की शार्टेज को विभाग पूरा नहीं कर पा रहा। दोबारा ब्यौरा मांगा जा रहा है।