लुधियाना की इंडस्ट्री जर्मनी प्रदर्शनी में पहली बार लेगी भाग
मुनीश शर्मा, लुधियाना
जर्मनी के फ्रैडेशैफन शहर में 27 से 30 अगस्त तक हो रही चार दिवसीय यूरो बाइक एग्जीबिशन में हिस्सा लेने के लिए पहली बार पंजाब की औद्योगिक नगरी लुधियाना से साइकिल उद्यमियों का एक प्रतिनिधिमंडल जा रहा है। इस प्रदर्शनी में केवल हाईएंड बाइक्स होने के चलते भारत व पाकिस्तान के व्यापारी इस नुमाइश का हिस्सा नहीं बनते थे, लेकिन ग्लोबल मार्केट में रुझान को देखते हुए अब भारतीय खासकर लुधियाना की साइकिल इंडस्ट्री ने हाईएंड बाइक्स पर फोकस कर लिया है। ऐसे में लुधियाना के साइकिल उद्यमी हाईएंड बाइक्स की मार्केट, इसकी बनावट और पुर्जो के निर्माण के लिए अपडेट हो रहे हैं। ताकि समय की जरूरत को देखते हुए नए दौर के लिए तैयार हो सकें।
इस नुमाइश में पिछले साल 112 देशों के प्रतिनिधि भाग लेने के लिए आए थे, जबकि भारत से इस प्रदर्शनी में कोई नहीं गया था। प्रदर्शनी में चार लाख से लेकर 15 लाख रुपये तक की साइकिल उपलब्ध होती है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से यूरोप में साइकिल की डिमांड और स्वरूप का आकलन किया जा सकता है। यूरोप मार्केट में 40 लाख साइकिलें साल में बिकती हैं। इस मार्केट में 98 प्रतिशत चीन और ताइवान का कब्जा है। ऐसे में भारतीय मार्केट के लिए यूरोप में सुनहरी मौका है।
30 उद्योगपति जाएंगे प्रदर्शनी में
फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रियल एंड कॉमर्शियल ऑर्गेनाइजेशन (फीको) के अध्यक्ष गुरमीत सिंह कुलार के मुताबिक इस प्रदर्शनी में तीस उद्योगपति भाग लेने के लिए जाएंगे। इसकी अध्यक्षता बाइसाइकिल रिसर्च एंड डेवेलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (बराडो) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सचदेवा करेंगे। प्रदर्शनी में कुलार संस के गुरमीत कुलार, सिटीजन कंपोनेंट के मनजिंदर सिंह सचदेवा, अर्पण साइकिल के उमेश कुमार नारंग, अप्पू इंटरनेशनल के पदम औल, चोपड़ा इंजीनियर्स के विकास चोपड़ा, हिप्पो बाइक्स के निलिन महाजन, सेठ इंडस्ट्रियल कॉरपोरेशन के राजेश सेठ, आर्क इंजीनियरिंग के न जैन, एशियन बाइक्स के विपिन मित्तल सहित प्रमुख उद्योगपति शामिल होंगे। इस प्रदर्शनी का मकसद यूरोप की जरूरतों और विश्व में हाईएंड के बाजार को भांपना है। प्रदर्शनी में विश्व के तीन सौ जाने माने साइकिल ब्रांड अपने प्रोडक्ट रैंप पर प्रस्तुत करेंगे। इस दौरान वहां की हाईएंड बाइक्स बनाने वाले कारखानों का दौरा किया जाएगा। इसके लिए माइक्रो स्माल मीडियम एंटरप्राइजिस (एमएसएमई) विभाग को सब्सिडी भी अप्लाई कर दी गई है।