अत्याचारियों का संहार करते हैं प्रभु : स्वामी दयानंद
संवाद सूत्र, फगवाड़ा : श्री स्वामी शकरनाथ पर्वत मठ, नकोदर रोड हदियाबाद में मठाधीश अनन्त श्री स्वामी ग
संवाद सूत्र, फगवाड़ा : श्री स्वामी शकरनाथ पर्वत मठ, नकोदर रोड हदियाबाद में मठाधीश अनन्त श्री स्वामी गंगानन्द पर्वत जी महाराज के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में 23 जून से 29 जून तक श्रीमद भागवत सप्ताह श्री स्वामी शकरनाथ पर्वत चेरीटेबल एवं वेलफेयर ट्रस्ट रजि. तथा पर्वत सेवा संघ एवं पार्वती संकीर्तन मंडली की ओर से आयोजित किया जा रहा है। श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह के चौथे दिन सोमवार को कथाव्यास भागवत मर्मज्ञ परिवाज्रकाचार्य श्री 1008 स्वामी दयानंद जी महाराज ने श्री बलि वामन भगवान प्रसंग, श्री कृष्ण जन्मोत्सव एवं नंद उत्सव के प्रसंग का बखान किया। स्वामी जी ने कथा के दौरान बताया कि जब जब धरती पर पाप बढ़ा है भगवान ने पापियों के सर्वनाश के लिए किसी ना किसी रूप में जन्म लिया है। उन्होंने बताया कि भगवान के सामने पाप करने वाला कोई भी हो भगवान उसे कदापि भी माफ नही मिलती। भगवान कृष्ण ने कंस के भांजे के रूप में जन्म लेकर उस पापी का सर्वनाश किया। उन्होंने कहा कि भगवान अगर पापी को कठोरता से दंड देते है तो पूजा करने वाले को पुण्य देने में भी कोई कसर नही छोड़ते। स्वामी जी ने बताया कि यह विधि का विधान ही है कि भगवान पापी को खत्म करने से पहले पहले अपने उपर भी कष्ट लेते है जैसे कि रामायण में प्रभु राम ने रावण का वध करने के लिए विधान के अनुसार 14 वर्ष का बनवास लिया। श्रीमद भागवत कथा के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री जोगिंदर सिंह मान, ब्रिज जलोटा, सिमफर इम्पेक्स फगवाड़ा के एमडी राकेश दुग्गल, मदन गोपाल, गोपाल कूमरा, जय देव दुग्गल, मोहन लाल दुग्गल, हर्ष कुमार हाडा, प्रदीप कुमार,राजिंदर ढींगरा, कृष्ण कुमार हीरो, विनोद कुमार, आशु, रजिंदर शर्मा, हरीश टीनू, राकेश कुमार, प्रदीप शर्मा, राम कुमार चढ्डा, कृष्ण कुमार हीरो के साथ-साथ भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।