टीबी के लक्षण व बचाव की जानकारी दी
जागरण संवाददाता, कपूरथला : टीबी भारत में दस गंभीर रोग में से एक है। इसका समय पर इलाज करना जरूरी है।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : टीबी भारत में दस गंभीर रोग में से एक है। इसका समय पर इलाज करना जरूरी है। उक्त बात सहायक सिविल सर्जन डॉ. रमेश कुमारी बंगा ने विश्व तपेदिक दिवस मौके करवाए गए सेमिनार के दौरान प्रकट किए। सिविल सर्जन डॉ. हरप्रीत ¨सह काहलों के निर्देश पर सिविल अस्पताल में करवाए गए सेमिनार के दौरान जिला टीकाकरण अफसर डॉ. हरपाल कौर, जिला डेंटल हेल्थ अफसर डॉ. सुरिन्दर मल्ल, सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. अनूप कुमार विशेष तौर पर उपस्थित रहे। डॉ. बंगा ने कहा टीबी के इलाज के दवा उपलब्ध है व आधुनिक तकनीकों के द्वारा इस बीमारी का समय पर पता लगा सकते है। उन्होंने बताया कि सरकारी सेहत केंद्रों में इस बीमारी का इलाज मुफ्त किया जाता है। जिला तपेदिक अफसर डा. दक्ष ¨झम ने बताया कि दो सप्ताह से अधिक खांसी, रात को पसीना आना व हलका हलका बुखार आना, इस बीमारी के लक्षण है। डाट्स प्रणाली के तहत बलगम की जांच नजदीकी सरकारी सेहत केंद्र में मुफ्त की जाती है। इसके अलावा इसके इलाज की मुफ्त सुविधा उपलब्ध है। जिला मास मीडिया अफसर प्रगट ¨सह ने केहा कि इस बीमारी के बारे में लोगों को खुद जागरूक होने की जरूरत है। पंकज वालिया ने अलग-अलग तरह की टीबी व उसके इलाज की जानकारी दी जाती है। उन्होंने कहा कि इस रोग की दवाई को डाक्टर की सलाह अनुसार ही लेनी चाहिए। इस अवसर पर डॉ. शोभना, डॉ. सोनिया, अवतार गिल, पंकज मड़िया, अमनदीप व अन्य सदस्य उपस्थित थे।