दृढ संकल्प से पूरे होंगे कार्य : आचार्य
जागरण संवाददाता, कपूरथला : श्री सत्यनारायण मंदिर कमेटी कपूरथला की ओर से शालीमार बाग में करवाए जा रहे
जागरण संवाददाता, कपूरथला : श्री सत्यनारायण मंदिर कमेटी कपूरथला की ओर से शालीमार बाग में करवाए जा रहे श्रीमद् भागवत साप्ताहिक कथा ज्ञान यज्ञ के छठें दिन शनिवार को श्रीमद् भागवत कथा का आरंभ बाद दोपहर 3 बजे किया जाएगा। कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान गोस्वामी श्री गौरव कृष्ण महाराज जी ने कहा कि जीव परमात्मा का अंश हैं इसलिए जीव के अंदर अपार शक्ति रहती है। अगर कमी रहती है तो केवल संकल्प की। संकल्प दृढ़ एवं कपट रहित होने से प्रभु उसे निश्चित रूप से पूर्ण करेंगे। अंत: व्यक्ति को हमेशा सात्विक संकल्प करना चाहिए।
श्री रूकमणी विवाह महोत्सव प्रसंग पर विस्तर से चर्चा करते हुए आचार्य गौरव कृष्ण ने कहा कि श्री रूक्मणी के भाई रूक्मि ने रूक्मिणी का विवाह शिशुपाल के साथ निश्चित किया था। लेकिन रूक्मिणी ने संकल्प लिया था कि मैं शिशुपाल को नहीं केवल गोपाल को ही पति रूप से वरण करूंगी। उन्होंने कहा कि शिशुपाल असत्य मार्गी और श्री द्वारिकाधीश भगवान श्रीकृष्ण सतमार्गी है, इसलिए मैं असत्य को नहीं केवल सत्य को ही अपनाउंगी। प्रभु ने रूक्मिणी के संकल्प को पूर्ण किया और उन्हें पत्नी रूप में वरण किया। आचार्य गौरव कृष्ण ने बताया कि श्री रूक्मिणी विवाह प्रसंग को श्रद्धा के साथ श्रवण करने से कन्याओं को अच्छे घर एवं वर की प्राप्ति होती है तथा दांपत्य जीवन सुखमय होता है।
इससे पूर्व प्रभु श्रीकृष्ण की महारास लीला प्रसंग पर चर्चा करते हुए स्वामी कृष्ण जी ने बताया कि महारास लीला काम लीला नहीं काम पर विजय प्राप्ति की लीला ही महारास लीला है। विशुद्ध जीव और पूर्ण ब्रह्मा का मिलन ही महारास है। उन्होंने बताया कि जीवन में हमें जो मिला है, उसके लिए कृतज्ञता का भाव रखना चाहिए। जो नहीं मिला उसके लिए दुख का नहीं। जो एक दिशा में नहीं, इधर-उधर दौड़ता है। उसका जीवन खाली रह जाता है। अंत: व्यक्ति की दिशा उसका लक्ष्य जीवन में हमेशा एक होना चाहिए तथा हमेशा मानव को ¨चता और भय से दूर रहना चाहिए। लक्ष्य एक होने से आप हमेशा तनाव मुक्त रहेंगे। रविवार की कथा में विशेष महोत्सव के रूप में कथा विश्राम के साथ ही फूल होली महोत्सव विशेष धूमधाम से मनाया जाएगा।