निजी बैंक के अधिकारी पर प्रताड़ित करने का आरोप
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से जिस तरह से नोटबंदी के फैसले को सफल होने का
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से जिस तरह से नोटबंदी के फैसले को सफल होने का प्रचार व प्रसार किया जा रहा है असल में वैसा है नही। बैंकों में पैसे निकालने के आने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बैंक अधिकारी अपने चहेतों की खुश करने के लिए गणमान्यों को प्रताड़ित करने से गुरेज नही कर रहे।
शनिवार को पंजाब के प्रसिद्ध लेखक व कई पुरस्कारों से सम्मानित प्रोफेसर को अपने ही पैसे निकालने के लिए मायूसी का सामना करना पड़ा तथा बैंक अधिकारियों ने उनको प्रताड़ित भी किया। प्रसिद्ध लेखक प्रो.जगीर सिंह नूर ने आपबीती सुनाते कहा कि वो केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ नही है पर निचले स्तर पर अधिकारी अपने चहेतों को खुश करने के लिए किस तरह लोगो को इसके खिलाफ होने के लिए मजबूर करते हैं वो देखने वाली बात है। उन्होंने बताया कि वो शनिवार को अपने नजदीकी रिश्तेदारी में शादी के चलते एक बैंक से पैसे निकलवाने के लिए गए। प्रबंधक से बातचीत करने के बाद वो लाइन में लग गए। इससे पहले कि उनकी बारी आती, सुरक्षा कर्मी ने उनको लाइन से निकलने के लिए कहा जबकि उनके पीछे वाले के पैसे देने के लिए रोक लिया। उनके विरोध करने पर उनके साथ गलत व्यवहार किया गया। उन्होंने इस मामले में बैंक प्रबंधक से शिकायत की तो उसने सुरक्षा कर्मी को समझाने के बजाए उसी टोन में जबाब दिया कि जाओ जो करना कर लो पैसे नही मिलेंगे। प्रो. नूर ने कहा कि उनके साथ बैंक का व्यवहार अशोभनीय था जिसके चलते वो बैंक प्रबंधन की शिकायत करने पर विचार कर रहे है। वहीं बैंक अधिकारियों से संपर्क करने पर उन्होंने अपने उपर लगे आरोपों को गलत बताया है।