चुनाव आयोग से केजरीवाल पर कार्रवाई की सिफारिश
धर्मेद्र जोशी, जालंधर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के नेशनल कनवीनर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुन
धर्मेद्र जोशी, जालंधर
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के नेशनल कनवीनर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के दो मामलों में चुनाव अधिकारियों की सिफारिश पर केन्द्रीय चुनाव आयोग को कार्रवाई के लिए लिखा गया है। यहां शुक्रवार को शहर के चारों विधानसभा हलकों में रोड शो के दौरान केजरीवाल पर आरोप है कि उन्होंने नोट के बदले वोट वाला अपना विवादास्पद बयान जालंधर कैंट के गढ़ा स्थित दयानंद चौक में नुक्कड़ मीटिंग को संबोधित करते हुए दिया था। इसके अलावा दयानंद चौक में उनके दस मिनट दिए गए भाषण में पूरा जाम लग गया था। इसके अलावा जालंधर केन्द्रीय हलके के शास्त्री चौक में भी उनकी नुक्कड़ मीटिंग दौरान कुछ देर तक जाम लगा रहा।
केन्द्रीय चुनाव आयोग को केजरीवाल के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन के लिए सिफारिश भेजने की पुष्टि डीसी व जिला चुनाव अधिकारी कमल किशोर यादव ने 'दैनिक जागरण' से बातचीत में की। उन्होंने कहा कि जालंधर कैंट के चुनाव अधिकारी व रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी सेक्रेटरी रूपिंदरपाल सिंह ने अपनी रिपोर्ट में यह सिफारिश की थी कि दयानंद चौक पर अपने भाषण में केजरीवाल ने वहां उपस्थित वोटर्स को कहा था कि अकाली-भाजपा गठबंधन और कांग्रेस दोनों से पैसे ले लेना लेकिन वोट हमें डालना। इसमें उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन पाया।
यादव ने आगे बताया कि रूपिंदरपाल सिंह और जालंधर सेंट्रल के चुनाव अधिकारी व एसडीएम-1 राजीव वर्मा ने भी अपनी रिपोर्ट में केजरीवाल के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन के लिए कार्रवाई की सिफारिश करने को कहा है क्योंकि जब वे शास्त्री चौक में नुक्कड़ मीटिंग को संबोधित कर रहे थे तो वहां दो मिनट के लिए जाम लग गया था जिस कारण लोगों को परेशानी हुई।
डीसी ने कहा कि ट्रैफिक जाम की दोनों सिफारिशों को इकट्ठा कर उन्होंने राज्य चुनाव अधिकारी वीके सिंह को केजरीवाल के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा है और वीके सिंह यह सिफारिश केन्द्रीय चुनाव आयोग को भेज देंगे। इसके बाद केन्द्रीय चुनाव आयोग उनके खिलाफ समुचित कार्रवाई करेगा।
इसी तरह नोट के बदले वोट वाली कैंट के आरओ की सिफारिश भी डीसी ने वीके सिंह को भेज दी है और वे इसे आगे केन्द्रीय चुनाव आयोग को भेजेंगे।
इससे पहले कैंट के आरओ ने कहा था कि केजरीवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, उनकी तरफ से जो जवाब दायर किया गया, वह संतोषजनक नहीं था। इसलिए उन्होंने चुनाव आयोग को जिला चुनाव अधिकारी के जरिए केजरीवाल के खिलाफ चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की सिफारिश भेजी है और चुनाव आयोग अब अपने स्तर पर उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा।