फर्जी आरटीए निकला आरटीए सचिव का गुर्गा, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने मांगी रिपोर्ट
फर्जी आरटीए बनकर लोगों से वसूली करने वाला शख्स आरटीए का ड्राइवर नहीं बल्कि खुद सचिव आरटीए का कारिंदा निकला।
जालंधर संवाददाता, जालंधर। आरटीए की सरकारी गाड़ी लेकर मंगलवार को कपूरथला जिले के गांव गुडानी में अवैध नाका लगाते पकड़े जाने वाला एनके और अमन आरटीए के बड़े गुर्गे निकले। बताया जा रहा है कि एनके आरटीए सचिव के ऑफिस में हैवी व्हीकल्स के चालान ही नहीं करता है बल्कि आरसी की अप्रूवल भी करता है। बताया जा रहा है कि आरटीए सचिव ने एनके को अपने सारे सरकारी अधिकार व सरकारी डॉक्यूमेंट सौंप रखे हैं। जिस अमन को आरटीए सचिव अपना निजी ड्राइवर बता रहे हैं उसे किसी ने आरटीए में कभी नहीं देखा न ही आरटीए के साथ गाड़ी में ड्राइवर के रूप में आते देखा। उधर, स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (एसटीसी) दिलबाग सिंह ने इस मामले में आरटीए सचिव से रिपोर्ट तलब की है।
आरटीए सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरटीए सचिव कंवलजीत सिंह ने जब मई में सचिव के पद संभाला था, उसी समय वे एनके नामक एक प्राइवेट कारिंदे को अपने साथ लाए थे। मंगलवार को नाका लगाकर अवैध वसूली करते पकड़े जाने पर एनके ही पकड़ा गया था।
स्टाफ की कमी होने के कारण प्राइवेट लोगों को काम पर लगाया गया है। ये दोनों भी आरटीए में काम करते थे।
- कंवलजीत सिंह, आरटीए सचिव
ये था मामला
आरटीए सचिव जालंधर के नाम अलॉट सरकारी इनोवा-पीबी-65एच-9120 पर सवार होकर मंगलवार सुबह तीन युवक कपूरथला के थाना सुभानपुर क्षेत्र में गांव गुडानी ने निकट हाईवे पर नाका लगाकर वाहनों की अवैध रूप से चेङ्क्षकग कर रहे थे। पकड़े जाने पर मौके से अमन नामक एक व्यक्ति को सुभानपुर थाना पुलिस ने हिरासत में लिया था, जबकि दो युवक मौके से फरार हो गए थे।
आरटीए में भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायत करते हुए मैं पहले से सरकार को पत्र लिखकर आरटीए सचिव को यहां से हटाकर पूरे मामले की जांच कराने के सिफारिश कर चुका हूं। कल का मामला भी मेरे संज्ञान में आया है, मैं निजी रूप से पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से करूंगा, भ्रष्टाचार किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
-राजिंदर बेरी, विधायक कांग्रेस।