होलसेल दवा मार्केट बंद रहेगी, रिटेल दुकानें खुलेंगी
जागरण संवाददाता, जालंधर : दवाइयों की खरीद-फरोख्त को लेकर ई पोर्टल सहित अन्य मांगों को लेकर सरकार के
जागरण संवाददाता, जालंधर : दवाइयों की खरीद-फरोख्त को लेकर ई पोर्टल सहित अन्य मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करने के लिए मंगलवार को दवा विक्रेता देशव्यापी हड़ताल करेंगे। जालंधर में करीब 50 फीसदी रिटेल दवाविक्रेता हड़ताल का विरोध कर रहे है जबकि होलसेल केमिस्ट दुकानें बंद रहेंगी।
सोमवार डिस्ट्रिक्ट जालंधर केमिस्ट एसोसिएशन (डीजेसीए), रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन (आरसीए) व होलसेल केमिस्ट ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूसीओ) की हड़ताल के मुद्दे को लेकर बैठक हुई। बैठक में गहन विचार विमर्श के बाद करीब आधे दवा विक्रेताओं ने हड़ताल में भाग न लेने की बात कही। हड़ताल को कामयाब बनाने के लिए डीजेसीए प्रधान राकेश गुप्ता का भी मनोबल टूटने लगा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने सभी होलसेल व रिटेल केमिस्टों को हड़ताल में शामिल होने के लिए कहा है। कस्बों के पदाधिकारियों ने उन्हें हड़ताल करने का आश्वासन दिया है लेकिन रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन ने सहमति व्यक्त नहीं की है। होलसेल मार्केट संपूर्ण बंद रहेगी। उन्होंने हड़ताल की वजह से जिले में करीब 6 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित होने की बात कही। हड़ताल के दौरान उनकी अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल डिप्टी कमिश्नर व सिविल सर्जन को ज्ञापन देगा।
उधर, आरसीए के कार्यकारी प्रधान मनोज कालड़ा ने कहा कि उनके सदस्यों ने हड़ताल से हाथ खींचा है। उनका कोई भी सदस्य हड़ताल में भाग नही लेगा और सभी रोजमर्रा की तरह दुकानें खोलेंगे।
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होलसेलर्स का रिटेल में दवाएं बेचना बड़ा मुद्दा
लंबे समय से दिलकुशा मार्केट में होलसेल दवाइयों की दुकानों पर मरीजों को रिटेल में दवाइयां बेचना बड़ा मुद्दा बन चुका है। करीब सात-आठ साल पहले प्रधान जेएस चावला की अगुवाई में सदस्यों ने दिलकुशा मार्केट में रोष प्रदर्शन किया था लेकिन होलसेल दवा विक्रेताओं के कान पर जूं तक नही रेंगी थी। आरसीए के कार्यकारी प्रधान मनोज कालड़ा का कहना है कि पहले दो दुकानों के पास रिटेल का लाइसेंस था जिनकी संख्या अब 18 हो चुकी है। डीजेसीए प्रधान राकेश गुप्ता का आरसीए को सहयोग न मिलना भी हड़ताल का बायकाट करने का एक कारण माना जा रहा है।
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अस्पतालों में दवा विक्रेताओं को लेकर गंभीर नही एसोसिएशन
शहर के करीब 90 फीसद अस्पतालों में दवाओं की दुकानें हैं। हड़ताल के दौरान यह सभी दुकानें खुलेंगी और मरीजों को कोई समस्या नही आएगी। इन्हें बंद करवाने के लिए किसी एसोसिएशन ने संज्ञान नही लिया है। डीजेसीए के प्रधान राकेश गुप्ता का कहना है कि अस्पतालों में ज्यादातर दवाइयों की दुकानें डाक्टरों के अधीन चल रही हैं। इसलिए उन्हें बंद करवाना मुश्किल है।
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जिले में दवा विक्रेता
रिटेल केमिस्ट : 1330
होलसेल केमिस्ट: 800