मुलाजिमों ने डीटीओ दफ्तर बंद कर जड़ा ताला
जागरण संवाददाता, जालंधर डीटीओ ऑफिस भंग करके ड्राइविंग लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट का सारा काम
जागरण संवाददाता, जालंधर
डीटीओ ऑफिस भंग करके ड्राइविंग लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट का सारा काम एसडीएम दफ्तरों को सौंपने के पंजाब कैबिनेट के फैसले के बाद सोमवार को पंजाब रोडवेज कॉम्प्लेक्स स्थित डीटीओ ऑफिस व ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक बंद कर दिया गया। सरकार की तरफ से डीटीओ दफ्तर बंद करने के कोई निर्देश नहीं थे लेकिन यहां मुलाजिमों ने कंफ्यूजन के चलते दफ्तर बंद करके अंदर से ताला लगा दिया और बाहर नोटिस चस्पां कर दिया। नोटिस में कैबिनेट के फैसले के तहत दफ्तर बंद करने की बात लिखी है। अब अगले आदेशों तक डीटीओ दफ्तर बंद रहेंगे। इस दौरान बाहर अपना काम करवाने पहुंचे लोगों में हाहाकार मच गया।
फिल्लौर से आए बलवीर सिंह ने बताया कि उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस की डिलीवरी के लिए बुलाया गया था लेकिन यहां आकर पता चला है कि डीटीओ ऑफिस ही बंद हो गया है। सूरानुस्सी से आए बलविंदर सिंह ने भी अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि दो महीने पहले डीएल की डिलिवरी डेट थी लेकिन तीन चक्कर लगाने के बाद भी लाइसेंस नहीं मिला। करतारपुर से आए कश्मीर सिंह और निर्मल सिंह को पुराना लाइसेंस रिन्यू करके सौंपा जाना था लेकिन वह भी बैरंग लौटे। गुरुनानक पुरा से जसवीर सिंह, आदमपुर से आए वरिंदर दत्ता की भी यही समस्या थी। उन्हें भी नया लाइसेंस मिलना था। नाराज लोगों ने परिवहन विभाग के खिलाफ नारेबाजी भी की। विशेष बात यह है कि मुलाजिमों ने अपने स्तर पर फैसला लेकर दोपहर तक दफ्तर बंद रखा और अपने सीनियर अधिकारियों से भी बातचीत नहीं की।
दोपहर 12 बजे पहुंचे डीटीओ, साढ़े 12 बजे शुरू हुआ काम
डीटीओ गुरमीत सिंह मुलतानी को दोपहर करीब 12 बजे पता चला कि ट्रैक बंद है। उन्हें पत्रकारों ने फोन करके बताया कि यहां ट्रैक बंद है और कोई काम नहीं हो रहा। लोग बाहर खड़े हैं। सूचना मिलने के थोड़ी देर बाद गुरमीत सिंह मुलतानी मौके पर पहुंचे। उन्होंने खाली बैठे मुलाजिमों को फटकार लगाई। ट्रैक बंद करने का कारण पूछा और तत्काल काम शुरू करने को कहा। करीब साढ़े 12 बजे काम दोबारा शुरू हुआ। तब तक बड़ी तादाद में लोग लौट चुके थे। वैसे ट्रैक पर डेढ़ बजे तक काम होता है लेकिन सोमवार को बाद दोपहर 3 बजे तक काम चला। डीटीओ मुलतानी ने कहा कि मंगलवार से नियमित तौर पर ट्रैक चलेगा, लोगों को कोई परेशानी नहीं आएगी।
नोटिफिकेशन के बाद भंग होंगे डीटीओ ऑफिस, फिलहाल चलता रहेगा काम
अभी एकदम से डीटीओ ऑफिस भंग नहीं किए जाएंगे। सरकार पहले नोटिफिकेशन जारी करेगी। उससे पहले सारी कागजी कार्रवाई पूरी की जाएगी। एसडीएम दफ्तरों में सॉफ्टवेयर और दूसरे तमाम सिस्टम सेट किए जाएंगे। इसके बाद सरकार पंजाब में डीटीओ के पद खत्म करने के लिए नोटिफिकेशन जारी करेगी। डीटीओ के पद खत्म करने के बाद काम एसडीएम दफ्तरों को सौंपे जाने का नोटिफिकेशन जारी होगा। एसडीएम और उनके स्टाफ को ट्रेनिंग दी जाएगी। स्मार्ट चिप कंपनी और दूसरी प्राइवेट कंपनियों के बारे में भी फैसला लिया जाएगा। इस प्रक्रिया में अभी लंबा समय लगेगा।
कुछ इस तरह होगा काम
नई व्यवस्था के तहत सारा कुछ पहले जैसे ही होगा, सिर्फ लाइसेंसिंग अथॉरिटी बदल जाएगी। ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर सारी प्रक्रिया पूरी होगी, फोटो खींची जाएगी। इसके बाद लाइसेंस कंप्यूटर फाइल के जरिए संबंधित इलाके के एसडीएम के पास पहुंचेगा, जहां से साइन होकर फाइल वापस ट्रैक पर पहुंचेगी। यहां से आवेदक को लाइसेंस जारी होगा। फिलहाल ड्राइविंग ट्रैक को चलाएगा और लाइसेंसिंग व आरसी का काम कर रही प्राइवेट कंपनी स्मार्ट चिप का क्या होगा, इस पर फैसला होना बाकी है।