देश को तोड़ रही है आरएसएस व भाजपा : कैप्टन
जागरण संवाददाता, जालंधर पंजाब कांग्रेस के प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि गुजरात ही नहीं,
जागरण संवाददाता, जालंधर
पंजाब कांग्रेस के प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि गुजरात ही नहीं, बल्कि देशभर में सरकार की शह पर दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं। आरएसएस, भाजपा, पीएम नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय प्रधान अमित शाह, ये सभी मिलकर देश को तोड़ने में लगे हैं। अगर ऐसे ही होता रहा, तो देश बिगड़ जाएगा। चीन व पाकिस्तान जैसे पड़ोसी मुल्क पहले ही निगाह लगाए बैठे हैं, जो देश के अंदरूनी हालात के कमजोर होने पर कभी भी खतरा बन सकते हैं। बेहतर होगा कि पीएम नरेंद्र मोदी इस बात को समझें और देश में दलितों पर हो रहे अत्याचार को रोकें।
गुजरात में दलितों पर हुए अत्याचार के विरोध में पंजाब कांग्रेस ने रविवार को करतारपुर की दाना मंडी में केंद्र की एनडीए व पंजाब की अकाली-भाजपा सरकार के खिलाफ धरना दिया। धरने को संबोधित करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ये बातें कही।
कैप्टन ने कहा कि दलितों पर अत्याचार करने वालों को तत्काल जेल भेजा जाए और सख्त कानूनी कार्रवाई हो। फगवाड़ा में क्या हो रहा है, आखिरकार किसने अधिकार दिया कि किसी समुदाय विशेष की दुकान या धर्मस्थान पर कोई दूसरा जाए। सूबे के सीएम प्रकाश सिंह बादल को पंजाब में रोजाना हो रहे धार्मिक उन्माद के बारे में लगता है कुछ पता ही नहीं है, लेकिन पीएम मोदी को तो पता है। इससे पहले सांसद चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि भाजपा का रिमोट कंट्रोल आरएसएस के पास है। जो आरएसएस के कहने पर आरक्षण की समीक्षा करने की बात करती है। अकाली-भाजपा सरकार ने दलितों की पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम का 700 करोड़ रुपये रोक रखा है। आने वाले चुनाव में प्रदेश का 37 फीसद और दोआबा का 45 फीसद दलित भाईचारा गठबंधन सरकार को जवाब देते हुए कांग्रेस के साथ खड़ी होगी। प्रदेश उपाध्यक्ष व राज गायक हंसराज हंस ने भी दलितों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ कांग्रेस व कैप्टन के साथ खड़े होने की अपील की, तो कैप्टन की शान में खूब कसीदे भी पढ़े। पूर्व मंत्री अवतार हैनरी, जालंधर शहरी कांग्रेस प्रधान राजिंदर बेरी, देहाती प्रधान जगबीर बराड़ ने भी धरने को संबोधित किया।
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कैप्टन के सामने खाली रहा दाना मंडी का शेड
सभी जिलों में धरने होने के बावजूद करतारपुर हलके में हलके विच कैप्टन कार्यक्रम होने के कारण कैप्टन ने करतारपुर के दाना मंडी के धरने में शामिल होने का फैसला किया। लेकिन धरने में महज दो सौ लोग पहुंचे। धरने की लाज कैप्टन के साथ पहुंचे काफिले ने बचाई। कैप्टन के संबोधन तक गिनती के लोगों के बीच पूरा शेड खाली रहा।