123 विद्यार्थियों ने पाई डिग्री
जागरण संवाददाता, जालंधर सेंट सोल्जर लॉ व डिग्री कॉलेज के चौथे दीक्षांत व पुरस्कार वितरण समारोह मे
जागरण संवाददाता, जालंधर
सेंट सोल्जर लॉ व डिग्री कॉलेज के चौथे दीक्षांत व पुरस्कार वितरण समारोह में 123 विद्यार्थियों ने डिग्री व पुरस्कार हासिल किए। इस मौके पर मेरिट होल्डर 14 विद्यार्थियों को सात-सात हजार रुपये की स्कालरशिप देकर सम्मानित किया गया। समारोह में कॉलेज की मैगजीन उड़ान व जीवन विहार बुक का विमोचन भी किया गया। दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए डायरेक्टर जरनल ऑफ पुलिस एसके शर्मा ने एलएलबी, बीएएलएलबी, बीए लॉ, बीकॉम, बीसीए, बायोटेक के 123 विद्यार्थियों को डिग्री दी। उन्होंने कहा कि डिग्री लेने के बाद यह देखें की आपने जो डिग्री प्राप्त की है क्या उस स्तर का विकास आपमें हो गया है। डिग्री लेने से आत्मविश्वास बढ़ता है। इससे पहले कॉलेज की प्रिंसिपल वीना दादा ने मुख्य अतिथि का स्वागत कर उन्हें कॉलेज की वार्षिक रिपोर्ट से अवगत करवाया।
इस मौके पर सेंट सोल्जर एजुकेशनल ग्रुप की तरफ से चेयरमैन अनिल चोपड़ा, वाइस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा, एमडी प्रो. मनहर अरोड़ा, प्रिंसिपल डॉ. सुभाष शर्मा ने कॉलेज के 14 आउटस्टेंडिंग मेरिट होल्डर विद्यार्थियों को सात-सात हजार रुपये की छात्रवृत्ति के चेक व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
रिटायर्ड लेबर असिस्टेंट कमिश्नर ने पाई डिग्री
शिक्षा ग्रहण करने के मामले में उम्र की कोई समय सीमा नहीं होती है। सेंट सोल्जर के दीक्षांत समारोह के दौरान यह यह बात बड़े उत्साह से 2011 में रिटायर्ड हुए लेबर कमिश्नर इंद्रजीत ने थ्री ईयर लॉ की डिग्री लेते हुए कही। उन्होंने बताया कि वह 1986 पीसीएस बैच के पासआउट हैं। उन्होंने लेबर ऑफिसर ज्वाइन किया था। इसके बाद वह पुलिस एकेडमी फिल्लौर में डिप्टी सब जेल भी रह चुके हैं। दो बेटे व एक बेटी के पिता ने बच्चों की सेटल करने के बाद उनकी शादियां की व फिर रिटायर्ड होने पर सेंट सोल्जर लॉ कॉलेज से थ्री ईयर डिग्री पूरी की। इंद्रजीत का मानना है कि यह डिग्री उन्होंने इसलिए की है कि वह और कानून को जान सकें।
सोनाली व हरनीत कौर ने पाया गोल्ड मेडल
सेंट सोल्जर लॉ कालेज की छात्रा हरनीत कौर व सोनाली ने बीते सभी सेमेस्टर में यूनिवर्सिटी मेरिट में टॉप करने पर गोल्ड मेडल हासिल किया।
आर्थिक हालात कमजोर फिर भी सोनाली की प्रतिभा चमकी
बीए एलएलबी की डिग्री में छह सेमेस्टर में जीएनडीयू मेरिट में टॉप करने वाली छात्रा सोनाली की प्रतिभा के आड़े उसके घर के हालात भी नहीं टिक पाए। हर सेमेस्टर में टॉप करने के कारण ग्रुप की चेयरपर्सन ने सोनाली की फीस ही नहीं माफ की बल्कि उसे पढ़ने के लिए भी खूब प्रोत्साहित किया। यही कारण है कि अपनी पढ़ाई के साथ वह गरीबों के बच्चों को बहुत ही कम पैसों में शिक्षा भी प्रदान कर रही है। उसके पास नर्सरी से लॉ करने वाले बच्चे भी ट्यूशन लेते हैं। पिता अनिल कुमार स्टेट बैंक ऑफ पटियाला में गाड़ी चलाते हैं। भले ही घर के आर्थिक हालात अच्छे नहीं है फिर भी सोनाली सहित चारों भाई बहन लॉ की पढ़ाई कर रहे हैं। वह कहती है कि उसके दादा का सपना था कि हर बच्चे को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा पाने का मौका मिलना चाहिए।