490 फ्लैटों के लिए सिर्फ 67 खरीदार
पंकज राय, जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के बाद पुडा की ग्रुप हाउसिंग स्कीम को भी करारा झटका लगा है। पु
पंकज राय, जालंधर
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के बाद पुडा की ग्रुप हाउसिंग स्कीम को भी करारा झटका लगा है। पुरानी जेल की जमीन पर प्रस्तावित 490 सुपर लग्जरी फ्लैट के लिए खासी मशक्कत के बाद सिर्फ 67 आवेदन मिले हैं। ऐसे में इस स्कीम पर एक बार फिर तलवार लटक गई है।
11 फरवरी को डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल ने पुरानी जेल की जमीन पर ग्रुप हाउसिंग स्कीम (स्प्लेनडिड हाइट्स) का नींव पत्थर रखा था। योजना तैयार होने के बाद अक्टूबर 2014 में पुडा ने तीन कमरे (थ्री-बीएचके) वाले 382 तथा चार कमरे (फोर-बीएचके) वाले 108 फ्लैट के आवेदन मांगे थे। सात नवंबर, 2014 को आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ाया भी गया तो खरीदारों तक पहुंचने को पुडा ने खासी कसरत भी की। पुडा के सीए मनवेश सिंह सिद्धू ने विशेष तौर पर जालंधर के उद्यमी, वकील व डॉक्टर सहित बड़े वर्ग के लोगों के साथ बैठक कर स्कीम से जुड़ने को कहा, लेकिन प्रचार-प्रसार की खानापूर्ति का नतीजा सिफर ही रहा और 490 फ्लैटों के लिए 100 के करीब आवेदन हुए। इनमें से भी कुछ आवेदनकर्ताओं ने हाथ पीछे खींच लिए, जिसके बाद थ्री-बीएचके के लिए 50 तथा फोर-बीएचके के लिए सिर्फ 17 आवेदनों की पुडा द्वारा सूची जारी की गई है। फोर-बीएचके के सभी आवेदन सामान्य वर्ग से हैं, जबकि थ्री-बीएचके के 50 में से तीन आवेदन एससी वर्ग से तो सिर्फ एक आवेदन एनआरआइ ने किया है।
फिलहाल एक टावर के निर्माण का होगा टेंडर : सीए
पुडा के सीए मनवेश सिंह सिद्धू का कहना है कि पीछे कुछ स्कीमों में देरी या खामियों के कारण लोगों में भरोसा कम होने से आशा के अनुरूप आवेदन नहीं आ सके। बावजूद इसके आवेदकों की संख्या के अनुरूप फिलहाल एक टावर के निर्माण का टेंडर करवाया जाएगा। निर्माण शुरू होगा तो स्कीम पर लोगों का भरोसा कायम होगा। उसके बाद शेष फ्लैटों के लिए नए सिरे से योजना बनाई जाएगी और तब खरीदारों की दिलचस्पी जरूर बढ़ेगी।