ब्लड ग्रुप में असमानता हो तब भी किडनी प्रत्यारोपण संभव : डॉ. प्रियदर्शी
जागरण संवाददाता, जालंधर चिकित्सा विज्ञान की आधुनिक तकनीक ने किडनी रोगियों को जिंदगी की नई राह दिखा
जागरण संवाददाता, जालंधर
चिकित्सा विज्ञान की आधुनिक तकनीक ने किडनी रोगियों को जिंदगी की नई राह दिखाई। वर्तमान में किडनी देने व लेने वाले के ब्लड ग्रुप में असमानता के बावजूद प्रत्यारोपण संभव है। इसकी जानकारी फोर्टिस के डॉ. प्रियदर्शी रंजन ने एसोसिएशन ऑफ सुपर स्पेशलिटी डॉक्टर की ओर से आयोजित संगोष्ठी में कही।
शुक्रवार देर रात स्थानीय होटल में उन्होंने बताया कि मरीज के खून में पाए जाने वाले प्लाजमा में से एंटी बॉडीज को अलग करके अनमैच ब्लड ग्रुप वाले मरीजों का किडनी प्रत्यारोपण संभव है। अब किसी भी ब्लड ग्रुप वाला मरीज किसी दूसरे ब्लड ग्रुप के मरीज को किडनी दान कर सकता है। इससे किडनी रोगियों की समस्या का समाधान तकरीबन संभव है। वहीं अंग प्रत्यारोपण एक्ट की भी पूरी तरह से पालना की जा रही है। इस मौके पर प्रधान डॉ. पंकज त्रिवेदी, डॉ. आरएस चाहल, डॉ. मनोज चौधरी, डॉ. अश्विनी गुलेरिया, डॉ. जीएस नागी, डॉ. वीपी शर्मा, डॉ. अश्विनी सूरी, डॉ. अजय मरवाहा, डॉ. राजीव भाटिया, डॉ. सुरेश अग्रवाल, डॉ. सुमेश हांडा, डॉ. रवि, डॉ. राजेश सच्चर, डॉ. राजीव के अलावा एसोसिएशन के अन्य सदस्य व पदाधिकारी मौजूद थे।