रात भर आतिशबाजी, तड़के भगवान सूर्य को अर्घ्य
संवाद सहयोगी, जालंधर : उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही वीरवार को आस्था का महापर्व छठ संपन्न हो
संवाद सहयोगी, जालंधर : उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही वीरवार को आस्था का महापर्व छठ संपन्न हो गया। बुधवार पूरी रात शहर में छठी मैय्या के गीत गूंजते रहे। शहर में बनाए गए लगभग 14 घाटों पर रात भर कार्यक्रम हुए तथा आतिशबाजी होती रही। श्रद्धालुओं ने उदय होते सूर्य की आराधना कर अपने परिवार के सुख-शांति के लिए आशीर्वाद मांगा।
घाटों पर विशेष इंतजाम किए गए थे। श्री देवी तालाब मंदिर, कालिया कालोनी फेस-दो, बेअंत सिंह पार्क फोकल प्वाइंट, सैलानी माता मंदिर लम्मा पिंड, पानी वाली टंकी पार्क संतोखपुरा, गदईपुर, डीएवी कॉलेज रोड नहर के किनारे, बस्ती बावा खेल नहर के किनारे, बाबा राम किशोर आश्रम कबीर विहार, ग्रोवर कालोनी, सती माता मंदिर माडल हाउस, पानी वाली टंकी पार्क बशीरपुरा, नूरपूर कालोनी, बाबा बालक नाथ मंदिर भगत सिंह कालोनी में खास सजावट की गई थी। भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पिछले तीन दिनों से निराहार व निर्जल रहने वाले व्रतियों ने बड़े-बुजुर्गो से आशीर्वाद लिया व ब्राह्मणों को दान दक्षिणा दिया। इसके बाद गुड़ व अदरक के प्रसाद का सेवन करके व्रत को पूरा किया। कई जगहों पर लंगर भी लगाए गए थे।
रात भर किया सूर्य देव का इंतजार
शहर में छठ पूजा को लेकर बनाए गए 14 घाटों में बुधवार रात से ही श्रद्धालु जुटने शुरू हो गए थे। देर रात तक सभी घाट श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भर गए। फिर सूर्यदेव के इंतजार में चला आतिशबाजी का दौर, जो सूर्य उदय होने तक जारी रहा।